Aurangabad: सर, कल मेरी बरात पटना जानी है, अनुमति के बिना गाड़ी वाला भी मना कर रहा है....
लॉकडाउन में जिनके यहां शादियां तय है उनकी परेशानी बढ़ गई है। पहले थाने से अनुमति उसके बाद तमाम नियम-कानून। औरंगाबाद जिले के थानों में गुरुवार शाम तक शादियों की अनुमति के लिए करीब एक हजार आवेदन जमा हो चुके थे।
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। वाकई काेरोना संकट काल ने सबकुछ बदल कर रख दिया। लोगों की जिंदगी बचे इसलिए सरकार ने पांच मई से बिहार में संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो लोगों से अपील तक की है कि पारिवारिक उत्सव और शादी राज्यहित में कुछ दिन तक टाल दें। हालांकि कई ऐसे लोग हैं जिनके लिए ऐसा करना मुश्किल है तो ऐसे लोग पास के लिए संबंधित अधिकारी से गुहार लगा रहे हैं। जिले में कुल 978 घरों में शादियां होनी हैं जिनके लिए आवेदन दिया गया है।
थानों में बड़ी संख्या में आए आवेदन
दरअसल लॉकडाउन के दौरान अगर आप शादी विवाह का आयोजन कर रहे हैं तो तीन दिन पूर्व आपको इसकी सूचना स्थानीय थानों को देनी होगी। समस्या यह उत्पन्न हो रही है कि किसी का तिलक चढ़ गया तो उसकी शादी बाकी है। किसी का दोनों रस्म बचा है। लेकिन सारी तैयारी हो चुकी है। या फिर कहीं लड़की वालेे का दबाव है, तो कहीं लड़के वाले का। कुछ लोग कर भी रहे हैं तो सिर्फ रस्म अदायगी पूरा कर रहे है। बेशक, परिस्थितियां विषम है। इस बीच दैनिक जागरण की पूरी टीम ने पूरे जिले के थानों में मांगलिक कार्य से संबंधित कितने आवेदन पहुंचे इस पर पड़ताल की। तो देखा गया कि गुरुवार लगभग दोपहर एक बजे तक पूरे जिले के थानों में करीब 978 आवेदन आए हैं। एक युवक ने बताया कि सर, कल मेरी बरात पटना जानी है। गाड़ी वाला कह रहा है कि जब तक ऑर्डर की कॉपी नहीं दीजिएगा। गाड़ी हम नहीं देंगे। कोई ठीक है कहां गाड़ी पकड़ लेगी पुलिस। इसलिए पहले ऑर्डर वाला कॉपी भेजिए।
थाना का नाम शादी के लिए आवेदन