पंचायत चुनाव में वोटों की लड़ाई के बाद जमकर चले लात घूंसे, मोहड़ा में नव निर्वाचित मुखिया व पराजित प्रत्याशी समर्थक भिड़े
मोहड़ा प्रखंड में आठ अक्टूबर को तीसरे चरण के तहत मतदान हुआ था और 10 अक्टूबर को मतगणना हुई थी। मतगणना में ठाकुर राणा रंजीत सिंह गहलौर पंचायत से विजयी हुए। अभी जीत की खुशी मना भी नहीं पाए कि गांव में जमकर मारपीट और रोड़ेबाजी हुई।
अतरी (गया), संवाद सूत्र। आठ अक्टूबर को तीसरे चरण का बिहार पंचायत चुनाव तो शांतिपूर्ण रहा। मगर चुनाव परिणाम आने के बाद जीतने और हारनेवाले प्रत्याशी व समर्थकों के बीच मारपीट और झड़प की खूब खबरें आ रही हैं। इसी क्रम में गया जिला के गेहलौर ओपी अंतर्गत मोहड़ा प्रखंड के बेला गांव में सोमवार को नव निर्वाचित मुखिया व पराजित प्रत्याशी समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस घटना में आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए हैं। दोनों पक्ष द्वारा गेहलौर ओपी में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया गया है। ओपी अध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वोट नहीं देने को लेकर दोनों पक्ष भिड़े
बता दें कि मोहड़ा प्रखंड में आठ अक्टूबर को तीसरे चरण के तहत मतदान हुआ था और 10 अक्टूबर को मतगणना हुई थी। मतगणना में बेला के रहने वाले ठाकुर राणा रंजीत सिंह गहलौर पंचायत से विजय हुए थे। जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी रहे उसी गांव के सिमलेस सिंह चुनाव हार गए थे। दोनों के बीच काफी मनमुटाव चल रहा था। सोमवार की सुबह नव निर्वाचित मुखिया व पराजित प्रत्याशी समर्थकों के बीच वोट नहीं देने को लेकर तीखी बहस होने लगी। बहस होते दोनों पक्षों के बीच रोड़ेबाजी और मारपीट हुई। पास में दुर्गा पाठ कर रही मुखिया की बेटी के सिर पर किसी ने प्रहार कर घायल कर दिया।
पराजित प्रत्याशी सिमलेश सिंह ने बताया की गांव के ही एक व्यक्ति जो कि इस चुनाव में मेरे पक्ष में थे, उनके घर पर मुखिया और उनके समर्थकों के द्वारा वोट नही देने को लेकर गाली गलौज किया जा रहा था। जिसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हुई। सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरी में इलाज कराया गया। घायलों में अशोक सिंह, रीती कुमारी, रौशन कुमार, प्रवेंद्र सिंह, रिशांत सिंह, अमरजीत कुमार व पिंटू कुमार शामिल हैं।