आद्रा नक्षत्र का प्रवेश आज, कृषि कार्यों में आएगी तेजी, जानें इस नक्षत्र के बारे में घाघ की प्रचलित लोकोक्तियां
कृषि कार्य के लिए अति महत्वपूर्ण आद्रा नक्षत्र का प्रवेश मंगलवार 22 जून को दिन के एक बजकर 23 मिनट पर होगा। इसके प्रवेश के साथ ही खरीफ धान की तैयारियों के लिए बिचड़ा गिराने का कार्य आरंभ हो जाएगा । इसके पहले किसान परेशान रहे।
नवादा, जागरण संवाददाता। कृषि कार्य के लिए अति महत्वपूर्ण आद्रा नक्षत्र का प्रवेश मंगलवार 22 जून को दिन के एक बजकर 23 मिनट पर होगा। इसके प्रवेश के साथ ही खरीफ धान की तैयारियों के लिए बिचड़ा गिराने का कार्य आरंभ हो जाएगा ।
इसके पूर्व रोहिणी व मृगशिरा नक्षत्रों ने किसानों को परेशान किया। रोहिणी व मृगशिरा तो तपने से रहा उपर से असमय बारिश से हर तबके को परेशानी हुई। यहां तक कि मृगशिरा नक्षत्र में खेतों में डाले गए धान के बिचड़े पानी में गलकर नष्ट हो गए। अब भी आकाश में बादल छाये रहने से बारिश की संभावना बनी हुई है ।
आद्रा के बारे में प्रचलित हैं यह कहावत
बिहार में प्राचीन कृषि वैज्ञानिक के नाम से प्रसिद्ध घाघ की कई प्रचलित लोकोक्तियां हैं। उन्होंने लगभग जीवन के हर पहलू सहित खासकर खेती-किसानी और मौसम के बारें में प्राकृतिक संकेतों के आधार पर कई लोकोक्तियां कहीं। उनकी कहावतें और दोहें आज भी मौसम के अनुसार खेती-किसानी के लिए सटीक माने जाते हैं। आधुनिक समय में भी उनकी कहीं बातें प्रासंगिक हैं। यहां जानिए आद्रा से संबंधित उन्होंने कौन से दोहे कहें और इसका क्या अर्थ है।
कृषि पंडित घाघ कहते हैं:- आवत आदर न कियो, जात देते न हस्त।
ये दोनों पछतात हैं, पाहुन और गृहस्थ ।।
यानी आद्रा नक्षत्र प्रवेश के साथ बारिश कृषि कार्य के लिए अति शुभ माना जाता है । वैसे इस वर्ष फिलहाल बारिश की आवश्यकता नहीं है। आगे वे कहते हैं - आद्रा चौथ,मघा पंचक।
यानी कि आद्रा में बारिश हुई तो आगे के चार नक्षत्रों में भी अच्छी बारिश होनी तय मानी जाती है।
अब जब मंगलवार को आद्रा नक्षत्र का प्रवेश हो रहा है तो किसानों को इसका बेसब्री से इंतजार है। खेतों में घास की अधिकता के कारण किसान परेशान हैं। वैसे खेतों में घास होने से पशुओं को हरा चारा भरपूर मात्रा में मिलने से पशुपालकों में खुशी देखी जा रही है।
बहरहाल मंगलवार की दोपहर आद्रा नक्षत्र का प्रवेश हो रहा है जिसका इंतजार किसान कर रहे हैं। प्रवेश के साथ कृषि कार्य में तेजी आने की संभावना है।