दोस्त संग नहाने गए युवक की आहर में डूबने से मौत
गया। टनकुप्पा प्रखंड के जगरनाथपुर पंचायत के अरगा गांव में गुरुवार को तीन बजे दिन में नयकी आहर में नहाने के क्रम में डूबने से 18 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मृत युवक अरगा गांव निवासी कारु चौधरी का पुत्र धर्मेन्द्र कुमार है।
गया। टनकुप्पा प्रखंड के जगरनाथपुर पंचायत के अरगा गांव में गुरुवार को तीन बजे दिन में नयकी आहर में नहाने के क्रम में डूबने से 18 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मृत युवक अरगा गांव निवासी कारु चौधरी का पुत्र धर्मेन्द्र कुमार है। मृतक के स्वजनों ने बताया कि धर्मेन्द्र अपने दो दोस्त के साथ आहर में नहाने गया। आहर के ऊंची जगह भींड से पानी में छलांग लगाया। दोनों दोस्त बाहर निकल गए। मगर धर्मेन्द्र का पैर मिट्टी में धंस जाने की वजह से बाहर नहीं निकल पाया। उसकी मौत पानी में दम घुटने से हो गई। दोस्त द्वारा धर्मेन्द्र को पानी में डूबने की जानकारी घरवाले एवं गांव वालों को दिया गया।
लोग युवक को आहर में खोजबीन करने लगे। काफी प्रयास के बाद उसे पानी से बाहर निकाला गया। वह्र इसी वर्ष मैट्रिक की परीक्षा पास किया था। घटना की जानकारी पाते ही फतेहपुर थाना पहुंचकर घटना का जायजा लिया। मौत की खबर सुनकर घर में स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं गांव में मातम का माहौल है।
ग्रामीण विनय यादव ने बताया कि बारिश होने से आहर पूरी तरह पानी से भर गया है। आहर की नवनिर्माण किए जाने से आहर काफी गहरा है। क्षेत्र के सभी जल संग्रह वाली आहर, पोखर, तालाब आदि सभी पानी से भरा हुआ है। घटना की जानकारी पाते ही मुखिया धर्मेन्द्र कुमार सिंह मृतक के स्वजनों से मिलकर सांत्वना देते दुख प्रकट किया। साथ ही सीओ से फोन से बात कर आपदा राहत कोष से मदद प्रदान करने के लिए कहा।
पकरिया में ढाढर नदी में नहाने के दौरान 12 साल के बच्चे की हुई मौत : फतेहपुर थाना क्षेत्र के पकरिया गांव के पास स्थित ढाढर नदी में नहाने गए 12 साल के अंकित की डुबने से मौत हो गयी। पकरिया निवासी मुरारी यादव का पुत्र अपने गांव से दोस्तों के साथ नहाने गया था। सभी दोस्त नहाने के बाद नदी से बाहर आ गए। वहीं अंकित का कुछ पता नहीं चल रहा था।
दोस्तों को लगा कि वह नहा कर पहले ही घर चला गया है। जिसके बाद सभी लड़के वापस गांव लौट आए।पर अंकित के परिजनों ने अंकित के बारे में पूछा। जिसके बाद उसे खोजने के लिए गांव से काफी संख्या में लोग नदी में पहुंचे, पर अंकित का कुछ पता नहीं चल रहा था। जिसके बाद स्थानीय गोताखोर नदी में काफी देर तक खोजबीन किया गया। करीब दो घंटे के अथक प्रयास के बाद उसे नदी से निकाला जा सका। वहीं स्वजनों के द्वारा इलाज के लिए सीएचसी फतेहपुर लाया गया। जहां डाक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।