गुजरात में ट्रैक पर सेल्फी ले रहा था युवक, ट्रेन से कटकर चली गई जान, ऐसी हालत किसी मां-बाप की न हो
सेल्फी लेने के चक्कर में पहले भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं। पुलिस प्रशासन ने संवेदनशील स्थान जैसे रेलवे ट्रैक ओवरब्रिज आदि जगह पर सेल्फी लेने पर रोक लगा दी है। लेकिन लोग मानने के लिए तैयार नहीं है।
संवाद सूत्र, कोचस (सासाराम)। प्रखंड के धेनुठा गांव निवासी एक युवक की मौत सेल्फी लेने के चक्कर में गुजरात के वापी में हो गई। इकलौते पुत्र की मौत की खबर सुनते ही घर में कोहराम मच गया। मां समेत परिवार के सभी सदस्यों की चित्कार से गांव का माहौल गमगीन हो गया है।
जानकारी के अनुसार धेनुठा गांव निवासी अशोक ङ्क्षसह का 17 वर्षीय पुत्र 11 वीं का छात्र मनीष कुमार अपने दोस्तों के साथ सूरत में काम कर रहे अपने पिता के पास जाने के लिए 11 जुलाई को ही घर से निकला था। इस बीच वह अपने पिता के पास नहीं जाकर गुजरात के वापी चला गया।
सोमवार की शाम वह वापी रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर सेल्फी ले रहा था कि विपरीत दिशा से भी ट्रेन आ गई। दोनों तरफ से ट्रेन आते देख घबराहट मे वह वहीं गिर गया और सर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मनीष के साथ गए गोलू ने उसके पिता को दी।
मंगलवार को पोस्टमार्टम कर गुजरात पुलिस ने स्वजनों को शव सौंप दी। घटना के बाद मनीष की मां गीता देवी अपने इकलौते पुत्र के वियोग में बार-बार मूर्छित हो जा रही है। प्राथमिक विद्यालय धेनुठा के प्रधान शिक्षक मुन्ना कुमार पांडेय ने बताया कि अशोक ङ्क्षसह की तीन पुत्री व एक पुत्र था। मनीष पढऩे में बहुत तेज था। उसकी असामयिक मृत्यु से विद्यालय परिवार मर्माहत है। मनीष की मां गीता देवी प्राथमिक विद्यालय की दो बार सचिव भी रह चुकी हैं।
गौरतलब है कि सेल्फी लेने के चक्कर में पहले भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं। पुलिस प्रशासन ने संवेदनशील स्थान जैसे रेलवे ट्रैक, ओवरब्रिज आदि जगह पर सेल्फी लेने पर रोक लगा दी है। लेकिन, लोग मानने के लिए तैयार नहीं है। यही कारण है कि दुर्घटनाओं की आशंकाएं बढ़ती जा रही हैं।