नक्‍सलियों की साजिश फिर नाकाम, गया-औरंगाबाद की सीमा पर मिले 83 आइईडी बम विस्फोटक

गया और औरंगाबाद जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सीआरपीएफ व कोबरा को शुक्रवार को बड़ी कामयाबी मिली। दो दिनों तक चले कांबिंग ऑपरेशन में 83 आइईडी विस्फोटक बरामद किए गए। उन्‍हें बम निरोधक दस्ता ने डिफ्यूज कर दिया गया है।

By Edited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 08:19 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 12:50 PM (IST)
नक्‍सलियों की साजिश फिर नाकाम, गया-औरंगाबाद की सीमा पर मिले 83 आइईडी बम विस्फोटक
नक्‍सलियों की साजिश रही नाकाम, आइईडी डिफ्यूज। जागरण

जासं, गया। गया और औरंगाबाद जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सीआरपीएफ व कोबरा को शुक्रवार को बड़ी कामयाबी मिली। दो दिनों तक चले कांबिंग ऑपरेशन में 83 आइईडी विस्फोटक बरामद किए गए। बम निरोधक दस्ता ने उसे डिफ्यूज कर दिया। 159 एवं 47 बटालियन सीआरपीएफ व 205 बटालियन कोबरा के जवानों ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। संयुक्त अभियान गया जिले के छकरबंधा वन क्षेत्र में नक्सलियों के द्वारा ढकपहाड़ी, सागरपुर एवं खजौतिया जाने वाले रास्तों पर आइइडी बम प्लांट किया गया था। ब

ताया गया कि सागरपुर से 1.5 किलोमीटर दक्षिण एवं ग्राम ढक पहाड़ी से 1.4 किलोमीटर उतर-पूर्व थाना छकरबंधा जिला गया और औरंगाबाद जिला के मदनपुर थाना के सीमावर्ती क्षेत्र में 150 मीटर में सीरीज में लगाए गए 83 बारूदी सुरंग का पता चला। उसे बहुत ही सावधानी पूर्वक सर्च अभियान के दौरान आइइडी विस्फोटक को नष्ट कर दिया गया। नक्सलियों द्वारा लगाए गए बारूदी सुरंग 20 किलोग्राम का तीन, 10 किलोग्राम का 71 पीस एवं पांच किलोग्राम के नौ पीस विस्फोटक लगा था। इसमें 815 किलोग्राम विस्फोटक बारूद का इस्तेमाल किया गया था। निश्चित रूप से इतनी संख्या में विस्फोटक का इस्तेमाल जवानों के खिलाफ होना था। लेकिन समय से पहले इस स्थल की पहचान कर ली गई और कार्रवाई हुई है। अगर भारी मात्रा में बरामद विस्फोटक का उपयोग होता तो जवानों को भारी नुकसान होता। जवानों के द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है, भारी मात्रा में आइइडी कभी बरामद नहीं हुई थी। जवानों ने नक्सलियों के मंसूबे को विफल कर दिया है। यह पूरा अभियान 205 कोबरा के कमांडेंट के नेतृत्व में पुलिस उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ गया के निर्देशन में चलाया गया। इसकी पुष्टि सीआरपीएफ डिप्टी कमांडेंट मोती लाल ने की है।

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