लाकडाउन के दौरान बांकेधाम में 700 युगल जोड़ी बंधे शादी के बंधन में

बांकेबाजार मगध का चर्चित ॐ नगर बांकेधाम मंदिर में लाकडाउन के बावजूद इस वर्ष के शादी के लगन में अब तक 700 युगल जोड़ियों की शादी सम्पन्न हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Jul 2021 05:55 PM (IST) Updated:Fri, 16 Jul 2021 06:04 PM (IST)
लाकडाउन के दौरान बांकेधाम में 700 युगल जोड़ी बंधे शादी के बंधन में
लाकडाउन के दौरान बांकेधाम में 700 युगल जोड़ी बंधे शादी के बंधन में

बांकेबाजार: मगध का चर्चित ॐ नगर बांकेधाम मंदिर में लाकडाउन के बावजूद इस वर्ष के शादी के लगन में अब तक 700 युगल जोड़ियों की शादी सम्पन्न हुई है। शादी से वन समिति के खाते में लगभग 3 लाख 50 हजार रुपये की आय हुई है। इसके अलावे पार्किंग के लिए जाने वाली राशि अलग है।

वन समिति के अध्यक्ष अजय पासवान ने बताया कि बांकेधाम मंदिर को पहले मंदिर समिति देख रेख करती थी। अब मंदिर समिति से बांकेधाम मंदिर का सारा अधिकार एवं अन्य कार्य वन विभाग अपने अधीन कर लिया है। देखरेख के लिए नए सिरे से वन समिति का गठन स्थानीय ग्रामीणों की आम सभा के माध्यम से की गई है। जब से वन विभाग बांकेधाम को अपने अधीन अधिग्रहण किया है तब से बांकेधाम में शादी में लिए जाने वाला शुल्क कन्या पक्ष के लिए माफ कर दिया गया है और सिर्फ वर पक्ष से 500/- रुपये विवाह शुल्क लिया जाता है। उधर शादी रचाने आये लोगों एवं स्थानीय ग्रामीणों से शिकायत मिली है कि वन समिति के द्वारा सिर्फ 500/- रुपये की शादी शुल्क की रशीद दी जाती। आचार्य शुक्ल के नाम पर अलग से प्रति शादी 100/- रुपये अलग ली जाती है। इसका लेखा जोखा नही रखा जाता है। इस प्रकार अगर उपर्युक्त शादी संख्या के आधार पर 70000/- हजार रुपये की रशीद नहीं दी गई है। इसका लेखा जोखा पर स्थानीय बांकेधाम के पूर्व अधिकारी एवं ग्रामीणों का शिकायत है।यह तो जांच का विषय बनता है। इस संबंध में वन समिति के अध्यक्ष अजय पासवान ने बताया गया कि 100/- रुपये की रशीद नहीं दी जाती है, लेकिन रजिस्टर में राशि दर्ज होती है। यह भी कहा कि इस राशि में से कभी-कभी मंदिर में कार्य करने वाले सदस्यों के खाना-नास्ता पर खर्च कर दिया जाता है। अध्यक्ष की बात स्पष्ट तब होगा जब बिना रशीद की ली जाने वाली 100/- राशि का संधारित पंजी का अवलोकन होगा कि सदस्यों के नास्ता-खाना में कितना खर्च हुआ है और शेष राशि कितनी है और कहां रखी गई है। यह बताया गया कि बांकेधाम वन समिति का कोष का संचालन स्थानीय वनपाल एवं वन समिति के सचिव के पदनाम से संयुक्त रूप से बैंक में संचालित होता है। कोई भी राशि का खर्चा वन समिति में लिए गए निर्णय के उपरांत होता है।

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