कैमूर के चांद प्रखंड में 60 फीसद हुई धान की रोपनी

प्रखंड के किसानों ने 60 फीसद धान की रोपनी का कार्य हुआ है। पानी के अभाव के बावजूद किसान धान की रोपनी कराने में जुटे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 04:32 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 04:32 PM (IST)
कैमूर के चांद प्रखंड में 60 फीसद हुई धान की रोपनी
कैमूर के चांद प्रखंड में 60 फीसद हुई धान की रोपनी

कैमूर। प्रखंड के किसानों ने 60 फीसद धान की रोपनी का कार्य हुआ है। पानी के अभाव के बावजूद किसान धान की रोपनी कराने में जुटे हैं।

बता दें कि चांद प्रखंड पुरी तरह खेती पर निर्भर है। यहां के लोगों की आवश्यकता खेती से होने वाली आय पर निर्भर है। चांद प्रखंड में धान मुख्य फसल मानी जाती है। कृषि विभाग के अनुसार प्रखंड में कुल 10 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि में धान की खेती की जाती है। प्रखंड में मूसाखाड एवं कोहिरा नहर से काफी भूमि में लगी फसल की सिचाई की जाती है। बरसात नहीं होने से दोनों नहरों से ज्यादा उम्मीद किसानों को नहीं है। आधे से अधिक किसान निजी साधन से धान की रोपनी किए हैं और कुछ किसान अभी कर रहे हैं। किसानों को बिजली से पुरी उम्मीद है। शुरुआत में बरसात अच्छी हुई। इसके बाद कभी-कभी हल्की बारिश हो रही है। बरसात कम होने के बावजूद किसानों ने अपना हौसला नहीं छोड़ा है। किसान बोरिग एवं डीजल पंप के सहारे शत प्रतिशत धान की रोपनी के करीब पंहुच रहे हैं। हालांकि कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार प्रखंड में किसानों के द्वारा 60 प्रतिशत धान की रोपनी की जा चुकी है।

इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजनारायण झा ने कहा कि पंचायत सौखरा भरारी कला चौरी आदि में अपेक्षाकृत कम धान की रोपनी हुई है। वर्तमान में किसानों को धान की रोपनी के लिए पानी का अभाव को झेलना पड़ रहा है। इससे किसान परेशान हैं। नहर से पानी की आवश्यकता है।

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