Pitrupaksha 2021: पितृपक्ष कल से, बिहार के गया में पिंडदानियों की सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद व्‍यवस्‍था

Pitrupaksha 2021 माेक्षधाम गया में इस साल पितृपक्ष मेला नहीं लग रहा है। हालांकि पिंडदानी आएंगे। देश-विदेश से आने वाले पिंडदानियों की सुरक्षा करने के लिए राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग जिलों से 3500 महिला-पुरूष जवान भेजे गए हैं। सुरक्षा की कड़ी व्‍यवस्‍था की गई है।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 08:36 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 01:32 PM (IST)
Pitrupaksha 2021: पितृपक्ष कल से, बिहार के गया में पिंडदानियों की सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद व्‍यवस्‍था
गया में सुरक्षा व्‍यवस्‍था को अलग-अलग जिले से मिले बिहार पुलिस व बीएमपी के जवान, सांकेतिक तस्‍वीर।

गया, जागरण संवाददाता।Pitrupaksha 2021 पितृपक्ष मेला इस बार नहीं लग रहा है, लेकिन प्रशासनिक तैयारी पितृपक्ष  को लेकर हो रही है। पिंडदान करने आनेवाले श्रद्धालुओं को कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सारी सुविधा व सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। देश व विदेशों से आने वाले पिंडदानी की सुरक्षा करने के लिए राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग जिले से 3500 महिला-पुरूष जवान भेजे गए हैं। इन जवानों के आने का सिलसिला शुरु हो गया है। अलग-अलग जिले से जवान शनिवार को गया पहुंच चुके हैं। उन जवानों को अलग-अलग सरकारी विद्यालयों में ठहराया गया है। रविवार को बचे हुए जवानों के आने की उम्मीद है।

इन जिलों से पितृपक्ष के लिए गया भेजे गए जवान

मिली जानकारी के अनुसार मगध रेंज में आने वाले जिले जहानाबाद, नवादा, औरंगाबाद, अरवल के अलावा सासाराम, आरा आदि जिले से जवानों को पितृपक्ष को लेकर गया भेजा गया है। अभी इन जवानों की डयूटी नहीं लगी है, लेकिन पुलिस केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी विद्यालयों में बाहर से आए जवानों के लिए आवासन्न की व्यवस्था की गई है। आवासन्न् स्थल पर पुलिस महकमा की ओर से भोजन, पानी, प्रकाश एवं अन्य सुविधाएं मुहैया कराई गई है।

सोमवार से हो रही है पितृपक्ष की शुरुआत

जानकारी हो कि सोमवार से गया में पितृपक्ष की शुरुआत हो रही है। पितृपक्ष में पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए कर्मकांड करने के लिए काफी संख्या में पुत्र गयाजी आते हैं। इसमें देश व विदेशों से पिंडदानी पहुंचते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा करने की जिम्मेवारी गया पुलिस पर होती है। ऐसे तो गया पुलिस में काफी संख्या में बल मौजूद है। जिला बल के अलावा, बीएमपी, एसएसपी, गृहरक्षक, सैप, सीआरपीएफ, एसएसबी आदि कंपनियां पहले से है। पिंडदानियों के साथ-साथ शहर में भीड़ बढऩे पर यातायात व्यवस्था को सु²ढ़ करने में इन जवानों का भी सहयोग लिया जाता है। वरीय पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने बताया कि पितृपक्ष को लेकर अलग-अलग जिले से बल मिले हैं। इनकी प्रतिनियुक्ति की जा रही है।

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