रोहतास में 27 पुलिस पदाधिकारी व जवानों ने दी कोरोना को मात, एसपी बोले, अन्‍य भी हो रहे स्‍वस्‍थ

रोहतास जिले के 43 पुलिस अधिकारी व कर्मी कोरोना की चपेट में आ गए थे। उनमें से 27 ने कोरोना को मात दे दी है। अन्‍य भी तेजी से स्‍वस्‍थ हो रहे हैं। एसपी ने कहा कि सकारात्‍मकता का असर दिख रहा है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:52 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 10:52 AM (IST)
रोहतास में 27 पुलिस पदाधिकारी व जवानों ने दी कोरोना को मात, एसपी बोले, अन्‍य भी हो रहे स्‍वस्‍थ
संक्रमितों का हाल जानने आइसोलेशन सेंटर पहुंचे एसपी आशीष भारती। जागरण

डेहरी आन सोन  (रोहतास), संवाद सहयोगी। रोहतास जिला में पदस्थापित 27 पुलिस अधिकारियों व कर्मियों ने कोरोना को मात दे अपनी ड्यूटी भी शुरू कर दी है। जिले के 43 पुलिस अधिकारी व कर्मी कोरोना संक्रमित हो गए थे। उन्हें डेहरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के आइसोलेशन सेंटर में रखा गया। उनमें 27 ने कोरोना को मात दे दी है। अन्य भी अब पहले से बेहतर है तथा वे भी कोरोना से जंग जीतने में लगे हैं।

आइसोलेशन सेंटर में उपलब्‍ध कराई गईं सुविधाएं 

एसपी के अनुसार  जिला पुलिस के अब तक 43 पुलिस पदाधिकारी व कर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए जिसमें 27 ने कोरोना  को मात दे अपने ड्यूटी पर योगदान कर लिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को कोरोना संक्रमित होने पर रोहतास पुलिस के लिए डेहरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है। उसमें कोरोना से संक्रमित पदाधिकारियों एवं कर्मियों का  उपचार होता है। आइसोलेशन सेंटर में सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। चिकित्सक ,ऑक्सीजन सिलिंडर, पल्‍स ऑक्सीमीटर, इंफ़्रारेड थर्मामीटर , स्वच्छ पेयजल आदि  की व्‍यवस्‍था की गई है।

सकारात्‍मकता से जीत रहे कोरोना से जंग

एसपी ने बताया कि चिकत्सीय परामर्श के लिए बीएमपी दो में पदस्थापित चिकित्सक के अतिरिक्त कई प्रसिद्ध निजी चिकित्सकों से वार्ता कर आइसोलेशन सेंटर एवं होम आइसोलेशन में रहने वाले पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को चिकित्सकीय सुविधा  उपलब्ध कराई जा रही  है। एसपी ने बताया कि वे  स्वयं एवं उनके कार्यालय में गठित टीम प्रतिदिन सभी कोविड से संक्रमित पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों से दूरभाष पर वार्ता कर हाल चाल पूछते हैं तथा उनका मनोबल बढ़ाते हैं। होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित पुलिस अधिकारियों व कर्मियों के परिवार से भी बातचीत कर उनकी समस्याओं व आवश्यकताओं के बारे में जानकारी लेते हैं। इस समस्याओं का निराकरण व आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति का प्रयास किया जाता है। इस प्रयास का सकारात्मक असर कोविड से लड़ने के लिए पड़ा है। अधिकांश कर्मी काफी जल्दी संक्रमण को मात दे कोरोना निगेटिव हो रहे हैं।

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