कोरोना से DDU रेलमंडल के 18 कर्मियों की चली गई जान, इस तरह हाथ बढ़ाकर आश्रितों के काम आया रेलवे
कोरोना की दूसरी लहर में दम तोडऩे वाले रेलकर्मियों के आश्रितों के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल मददगार साबित हो रहा है। इस वैश्विक महामारी से मंडल में 18 रेलकर्मियों की मौत के तत्काल बाद आश्रितों को पेंशन सामूहिक बीमा आदि का लाभ प्रदान किया गया।
जागरण संवाददाता, सासाराम। कोरोना की दूसरी लहर में दम तोडऩे वाले रेलकर्मियों के आश्रितों के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल मददगार साबित हो रहा है। इस वैश्विक महामारी से मंडल में 18 रेलकर्मियों की मौत के तत्काल बाद कार्मिक विभाग ने डीआरएम राजेश कुमार पांडेय के निर्देश पर वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी अजीत कुमार के नेतृत्व में मृत कर्मियों के आश्रितों को सभी प्रकार भुगतान, पेंशन, सामूहिक बीमा आदि का लाभ प्रदान किया गया है।
सीनियर डीपीओ ने बताया कि कार्मिक विभाग इस दौरान 3 करोड़ 51 हजार 12 रूपये का भुगतान किया है। राशि भुगतान के बाद अब आश्रितों को नौकरी देने की कवायद शुरू कर दी गई है। आश्रितों के द्वारा आवश्यक कागजात जमा करने के उपरांत उन्हें नौकरी दिया जाएगा, ताकि इस आपदा की घड़ी में परिवार को राहत मिल सके। पत्नी, बेटा या बेटी को आश्रित कोटे से नौकरी मिलेगी। सभी शाखा आश्रितों की सूची तैयार करने में लग गया है। कहा कि कोरोना की पहली लहर में रेल परिचालन पर असर पड़ा था।
यात्री ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बंद हो गया था। केवल गुड्स ट्रेनों का परिचालन जारी रखा गया। रेलकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना देश भर में आवश्यक सामानों की आपूर्ति के लिए दिन-रात ट्रेनों का संचालन करते रहे। लेकिन दूसरी लहर में कई रेलकर्मियों की मौत हुई है। डीडीयू रेल मंडल में भी 18 रेलकर्मियों ने दम तोड़ा है।