नगर निगम का कचरा डंप करने के लिए रोहतास के 10 सीओ तलाश रहे जमीन, 17 एकड़ में बनेगा यार्ड

सासाराम नगर निगम क्षेत्र में कचरा डंपिंग यार्ड तलाशने के लिए 10 अंचलों के सीओ को लगाया गया है। नगर विकास विभाग ने 17 एकड़ क्षेत्र में कूड़ा डंपिंग केंद्र बनाने की योजना बनाई है। इसके तहत छह करोड़ 88 लाख 75 हजार राशि की स्वीकृति‍ भी दे दी है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 08:40 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 08:40 AM (IST)
नगर निगम का कचरा डंप करने के लिए रोहतास के 10 सीओ तलाश रहे जमीन, 17 एकड़ में बनेगा यार्ड
सासाराम नगर निगम के कूड़ा के लिए तलाशी जा रही जमीन। नगर परिषद की फाइल फोटो

सासाराम (रोहतास),  जागरण संवाददाता। सासाराम नगर निगम क्षेत्र में कचरा डंपिंग यार्ड तलाशने के लिए 10 अंचलों के सीओ को लगाया गया है। नगर विकास विभाग ने 17 एकड़ क्षेत्र में कूड़ा डंपिंग केंद्र बनाने की योजना बनाई है। इसके तहत छह करोड़ 88 लाख 75 हजार राशि की स्वीकृति‍ भी दे दी है। नगर आयुक्त राजेश गुप्ता ने डंपिंग स्टेशन के लिए जिले के सासाराम, शिवसागर, चेनारी, नोखा, डेहरी, तिलौथू, राजपुर, दिनारा, अकोढ़ीगोला व नासरीगंज के सीओ को डंपिंग स्टेशन के लिए जमीन खोजने के लिए निर्देश भी दे दिया है। अब देखना है कि 10 अंचलों के सीओ यह काम कितने दिनों में करते हैं।   

आबादी, नदी, तालाब से दूर बनेगा डंपिंग यार्ड 

नगर आयुक्त ने बताया कि डंपिंग स्टेशन का कार्य अमृत योजना के तहत होगा। फिलहाल कूड़ा डंपिंग स्टेशन नहीं रहने से मोहल्लों, खाली पड़े मैदानों में कूड़े फेंके जाते हैं। फिलहाल नगर निगम प्रतिदिन जमा होने वाले कूड़ों के निष्पादन के लिए हर दिन एक नया ठिकाना तलाशता है। इसमें काफी परेशानी होती है। इसलिए कूड़ा ड़पिंग क्षेत्र की जरूरत है। जिस जगह को चिह्नित किया जाना है वहां पर्यावरण संरक्षण का भी ख्याल रखा गया है। जमीन के आसपास कम से कम पांच सौ मीटर की दूरी तक कोई आबादी, दो सौ मीटर तक नदी, तालाब और झील भी नहीं होनी चाहिए। ऐसी जमीन को ही कूड़ा डंपिंग यार्ड बनाया जाएगा। 

डंपिंग यार्ड के लिए  जगह तलाशना मुश्किल कार्य 

बता दें कि कचरा डंपिंग के लिए जगह की तलाश करना मुश्किल भरा काम हो गया है। तेजी से बढ़ती आबादी और बसावट की वजह से यह परेशानी है। जहां जगह मिलती है वहां कचरा डंप करने के लिए गाड़‍ियों के लिए रास्‍ता नहीं होता। कहीं आबादी तो जलस्रोत की वजह से समस्‍या होती है। अब ऐसे में रोहतास नगर निगम के लिए कितने दिनों में जगह मिल पाती है यह तो भविष्‍य की बात ही है। 

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