कश्मीर में मजदूरों की हत्या के विरुद्ध युवा कांग्रेस ने निकाला कैंडल मार्च

मोतिहारी । जम्मू-कश्मीर के कश्मीर घाटी में बिहार के प्रवासी मजदूरों की आतंकवादियों के द्वारा निर्मम तरीके से नरसंहार व जाबांज सैनिकों को निशाना बनाए जाने के विरोध में रक्सौल युवा कांग्रेस ने गुरुवार को किसान नेता चौधरी चरण सिंह गोलंबर कौड़िहार चौक पर श्रद्धांजलि सभा और कैंडल मार्च का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:46 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:46 PM (IST)
कश्मीर में मजदूरों की हत्या के विरुद्ध युवा कांग्रेस ने निकाला कैंडल मार्च
कश्मीर में मजदूरों की हत्या के विरुद्ध युवा कांग्रेस ने निकाला कैंडल मार्च

मोतिहारी । जम्मू-कश्मीर के कश्मीर घाटी में बिहार के प्रवासी मजदूरों की आतंकवादियों के द्वारा निर्मम तरीके से नरसंहार व जाबांज सैनिकों को निशाना बनाए जाने के विरोध में रक्सौल युवा कांग्रेस ने गुरुवार को किसान नेता चौधरी चरण सिंह गोलंबर कौड़िहार चौक पर श्रद्धांजलि सभा और कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। इसका नेतृत्व रक्सौल विधानसभा अध्यक्ष मनोरंजन तिवारी ने किया। बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव सह गोपालगंज प्रभारी प्रोफेसर अखिलेश दयाल ने कहा कि 35 सालों के इतिहास में पहली बार प्रवासी मजदूरों के उपर आतंकवादी हमले हो रहे हैं। एक सप्ताह में 10 हजार लोग कश्मीर छोड़ने पर मजबूर हो चुके है। प्रदेश महासचिव ने कहा कि लगातार आतंकवादियों के द्वारा प्रवासी मजदूरों और देश के जांबाज सैनिकों को निशाना बनाया जा रहा है लेकिन 56 इंच सीने वाले प्रधानमंत्री और आतंकवाद को खत्म करने वाले गृहमंत्री अमित शाह का निजी तौर पर कोई बयान न आना यह दर्शा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने में भाजपा सरकार का देन है। उन्होंने कहा कि धारा 370 हटाकर पूरे देश में भाजपा के शीर्ष नेतृत्वों के द्वारा बडबोल बच्चन बनते हुए कहा करते थे कि अब जम्मू-कश्मीर में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, छोटे-छोटे व्यापारियों को रोजगार सृजन का अवसर मिलेगा जिसके कारण बिहार, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा के मजदूर जो जीवन गुजर- बसर करने के लिए जम्मू-कश्मीर में थे अब वे दहशतगर्दों के कारण भयभीत हैं और पलायन होने को मजबूर हैं। प्रदेश महासचिव ने बिहार सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि आज नीतीश कुमार आरएसएस के गोद में बैठ गए है। बिहार के प्रवासी मजदूरों के उपर जिस प्रकार आतंकवादी हमले हुए लेकिन नीतीश कुमार ने अपना दबी जुबान से केंद्र सरकार को कोसने की बजाय टेलीफोनिक बात कर रहे हैं। इससे स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री आरएसएस की विचारधारा को अपनाने लगे हैं। कार्यक्रम में नरेश रावत, देवेन्द्र कुमार, लालबाबू कुमार, महेश कुमार, विकास कुमार, देवेश कुमार, नफीस आलम, बृजबिहारी प्रसाद, राजन कुमार, सोनू कुमार, विश्वास कुमार, बादल कुमार, नितेश कुमार, विश्वनाथ महतो, उपेंद्र नाथ, मुकेश कुमार, अफरोज आलम, रघुवर प्रसाद सहित अनेकों युवा उपस्थित थे।

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