मुजफ्फरपुर व दरभंगा में मत्स्यपालकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
मोतिहारी । जिले के मत्स्यपालकों को बेहतर तरीके से मछली पालन करने के लिए प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है।
मोतिहारी । जिले के मत्स्यपालकों को बेहतर तरीके से मछली पालन करने के लिए प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। वे मुजफ्फरपुर के बेनीवाद व दरभंगा के बहेरी में प्रशिक्षण लेंगे। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने जिले के 60 मत्स्यपालकों के दल को समाहरणालय परिसर से प्रशिक्षण के लिए सोमवार को रवाना किया। जिले के मत्स्यपालक मछली उत्पादन के नई तकनीक सीखने के लिए मुख्यमंत्री भ्रमण दर्शन योजना अंतर्गत दो दिनों के लिए मुजफ्फरपुर के बेनीबाद एवं दरभंगा जिले के बहेरी जो मत्स्य हैचरी के हब के नाम से प्रचलित है वहां मछली पालन के गुर सीखेंगे। डीएम ने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को नवीनतम तकनीक से अवगत कराना है। ताकि वे अपने जलस्त्रोतों में लागू करते हुए बेहतर लाभ प्राप्त कर सकें। जिला मत्स्य पदाधिकारी ने बताया कि कुल 15 बैच 30-30 किसानों में भ्रमण दर्शन योजना के तहत मछली पालन के विभिन्न अवयवों से किसानों को अवगत कराया जाना है। इस अवसर पर मत्स्य पदाधिकारी, योजना प्रभारी सुभाष कुमार, भारत दर्शन के दलनायक के रूप में ललित नारायण साह, मत्स्य विकास पदाधिकारी रितिक कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी गुप्तेश्वर कुमार आदि उपस्थित थे।
इनसेट : फाइलेरिया उन्मूलन को जागरूकता रथ को किया रवाना जासं, मोतिहारी : जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समाहरणालय परिसर से जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। डीएम ने फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत डीईसी और अल्बेन्डाजोल की खुराक स्वयं ली। लोगों से अपील करते हुए कहा कि फाइलेरिया से बचाव हेतु डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की खुराक आप अवश्य लें, ताकि फाइलेरिया जैसे गंभीर बीमारी से आपको बचाया जा सके। कहा कि गर्भवती महिलाएं, गंभीर रूप से बीमार, दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ये दवा नहीं खिलाएं। 20 सितंबर से आपके घर में फाइलेरिया से बचाव की दवा पहुंचेगी दवा जरूर खाएं। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. अंजनी कुमार व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।