टीम ने धावा बोलने के साथ सीज कर लिए सभी के सेलफोन

मोतिहारी । बुधवार की अहले सुबह 6.30 बजे निगरानी की टीम ने एक साथ उत्पाद अधीक्षक के आवास व उत्पाद कार्यालय पर धावा बोल दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 11:19 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 11:19 PM (IST)
टीम ने धावा बोलने के साथ सीज कर लिए सभी के सेलफोन
टीम ने धावा बोलने के साथ सीज कर लिए सभी के सेलफोन

मोतिहारी । बुधवार की अहले सुबह 6.30 बजे निगरानी की टीम ने एक साथ उत्पाद अधीक्षक के आवास व उत्पाद कार्यालय पर धावा बोल दिया। छोटा बरियापुर स्थित किराए के मकान पर कुछ एसटीएफ के जवानों व एक पदाधिकारी को तैनात कर टीम के बाकी सदस्य उत्पाद कार्यालय में जम गए। उत्पाद कार्यालय में टीम को सबसे पहले दफ्तरी बबलू कुमार मिले। टीम ने तत्काल उनके सेलफोन को अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद बबलू को कार्यालय में पदस्थापित अन्य सभी पदाधिकारियों को कॉल कर बुलाने का निर्देश दिया गया। बबलू ने पहला कॉल उत्पाद निरीक्षक रविन्द्र कुमार सिंह को किया। निर्देश के अनुसार उसने उन्हें सिर्फ इतना बताया कि पटना से कुछ लोग आए हैं जो उनसे मिलना चाहते हैं। तब श्री सिंह मॉर्निंग वॉक के बाद अपने आवास पर पहुंचे ही थे। सूचना पर वे तत्काल उत्पाद कार्यालय पहुंचे। पहुंचने के साथ ही निगरानी की टीम ने उनका भी सेलफोन बंद करवाकर अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद टीम उनको लेकर अधीक्षक के कार्यालय कक्ष में चली गई। सुबह के तकरीबन 10.30 तक टीम अधीक्षक कक्ष में ही पड़ताल करती रही। इस दौरान कार्यालय आने वाले सभी कर्मियों का मोबाइल जब्त कर उन्हें बाहर जाने से मना कर दिया गया था।

----------

इनसेट

निगरानी की टीम ने दिखाई दरियादिली, कर्मचारी के बच्चे को पहुंचाया स्कूल

उत्पाद अधीक्षक कार्यालय पर अचानक धावा बोलनेवाली निगरानी की टीम ने कभी सख्ती तो कभी दरियादिली भी दिखाई। दरअसल, कार्यालय के कर्मी ओमप्रकाश के सेलफोन पर लगातार उसके बच्चे का फोन आ रहा था। वह विद्यालय पहुंचाने की जिद पर अड़ा था। बच्चे की जिद आगे निगरानी की टीम भी पिघल गई। इसके बाद निगरानी के एक डीएसपी स्तर के पदाधिकारी ओमप्रकाश को अपने वाहन से लेकर उसके हवाई अड्डा स्थित आवास पर पहुंचे और उसके बच्चे को अपने वाहन से ही विद्यालय पहुंचाया। उसके बाद ओमप्रकाश को टीम ने लगातार अपने साथ ही रखा।

----------

इनसेट

कोर्ट पैंट से लेकर जूता तक खंगालती रही निगरानी की टीम

निगरानी की विशेष की इकाई की टीम ने उत्पाद अधीक्षक के बरियारपुर स्थित किराए के आवास में घंटों छापेमारी की। इस दौरान टीम अधीक्षक के कोर्ट पैंट से लेकर जूते तक को खंगालती रही। उनके आवासीय परिसर के चप्पे-चप्पे को खंगाला गया। बिस्तर, अलमारी व बाकी चीजों को हटाकर भी टीम ने गहन तलाशी ली। यहां बता दें कि 7 नवंबर को उत्पाद अधीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13 (2) आरडब्ल्यू 13 (1) बी के तहत आय से अधिक मनमानी संपत्ति मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस आलोक में निगरानी की विशेष अदालत से वारंट जारी होने के बाद अधीक्षक के तमाम ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई।

------------

इनसेट

तो क्या अधीक्षक को पहले ही लग गई थी छापेमारी की भनक

यह भी चर्चा है कि उत्पाद अधीक्षक को निगरानी की छापेमारी की भनक पहले ही लग गई थी। हालांकि, पटना से आई टीम ने इसकी खुले तौर पर तो तस्दीक नहीं की लेकिन इससे इन्कार भी नहीं किया। यह भी चर्चा थी कि अधीक्षक पिछले कुछ दिनों से छुट्टी पर चल रहे थे। उनके कार्यालय में इसकी पड़ताल की गई तो बताया गया कि पिछले दिनों वे ़फूड प्वाइजनिग के शिकार हो गए थे, तब मोतिहारी में इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना चले गए थे। हालांकि उनके द्वारा अपने कार्यालय में छुट्टी संबंधित कोई आवेदन नहीं दिया गया है। उत्पाद अधीक्षक के रूप में अविनाश प्रकाश ने 26 फरवरी 2019 को योगदान दिया था।

----------

इनसेट

हाउस गार्ड से भी हुई पूछताछ

उत्पाद अधीक्षक के मकान में छापेमारी को पहुंची निगरानी टीम को काफी देर तक चाबी के लिए इंतजार करना पड़ा। दरअसल, जिस गार्ड के पास चाबी थी उसने आने में विलंब कर दिया था। इस बीच टीम ने वहां मौजूद अधीक्षक के हाउस गार्ड शेख सिपाही से भी लंबी पूछताछ की। टीम ने हाउस गार्ड से अधीक्षक से मिलने के लिए आने वाले आगंतुकों के बारे में भी पड़ताल की। साथ ही उनके अन्य क्रियाकलापों के बारे में भी जानकारी ली।

chat bot
आपका साथी