सत्ता पक्ष ने बजट को बताया ऐतिहासिक, विपक्ष ने बताया निराशाजनक
केंद्र सरकार द्वारा पेश आम बजट को लेकर पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने अलग-अलग प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
मोतिहारी । केंद्र सरकार द्वारा पेश आम बजट को लेकर पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने अलग-अलग प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रकाश अस्थाना ने कहा कि यह बजट ऐतिहासिक एवं सर्व कल्याणकारी है। इस बजट में समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है। भाजपा सरकार में रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या बढ़ी है। साथ ही सरकार ने डिजिटल कनेक्टविटी पर बेहतर राशि का प्रावधान किया है जो सराहनीय है। इससे सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के साथ उसमें निवास करने वाले लोगों का विकास होगा। जदयू जिलाध्यक्ष कपिलदेव प्रसाद उर्फ भुवन पटेल ने कहा कि देश की आम जनता के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह बजट पेश किया है। विकास की गति को तेज करने में सड़क, कल-कारखाना के लिए बनाई गई योजना काफी कारगर साबित होगी। बजट में महंगाई पर लगाम के भी संकेत साफ देखे जा सकते हैं। जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष सह जदयू नेत्री मंजू देवी ने कहा कि इस बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। बजट में महंगाई रोकने के साथ ही किसानों की आय को दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित कर अस्सी फीसद लोगों को राहत देने की कोशिश की गई है। साथ ही व्यवसायियों को भी राहत दी गई है। राष्ट्रीय जनता दल के जिलाध्यक्ष सुरेश प्रसाद यादव ने कहा कि बजट से ऐसा प्रतीत होता है कि किसान, युवा, छात्र और मध्यम वर्ग के लोगों को मूर्ख बनाने का सिलसिला 2024 तक जारी रखा जाएगा। इस बजट में किसानों के ऋण और बेरोजगारों के लिए कुछ नहीं है। बजट पूरी तरह किसान व युवा विरोधी है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार शुक्ल ने कहा कि बजट पूरी तरह से जनविरोधी है। मध्यम वर्ग की बजट में उपेक्षा की गई है। साथ ही किसान, इंडस्ट्री की बेहतरी के लिए कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। वही बेरोजगार युवाओं को सरकार ने एक बार फिर छलने का काम किया है। राजद के पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण यादव ने कहा है कि बजट में महंगाई रोकने का कोई प्रयास नहीं दिख रहा है। लोगों को एक बार फिर बजट के रुप में जुमला दिया गया है जो देश की जनता के साथ छल है। बजट में रोजगार के लिए भटक रहे युवाओं के लिए भी कुछ नहीं दिख रहा है। चिरैया के प्रखंड प्रमुख पति सह राजद नेता अच्छेलाल यादव ने भी बजट को डपोरशंखी बताया है। उन्होंने कहा कि बजट में सिर्फ शब्दों की बाजीगरी है। आम आदमी, गरीब, बेरोजगार, महिलाओं के लिए कुछ भी नहीं है। इस बजट से भी महंगाई थमने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।
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