अब नहीं चलेगी सरकार की दमनकारी नीति

नियोजित शिक्षकों की मांगों के समर्थन में अब माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक भी आंदोलन में कूद चुके हैं। सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में तालाबंदी के साथ इंटर व मैट्रिक परीक्षा से संबंधित मूल्यांकन कार्य से भी दूरी बना चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Feb 2020 12:17 AM (IST) Updated:Thu, 27 Feb 2020 12:17 AM (IST)
अब नहीं चलेगी सरकार की दमनकारी नीति
अब नहीं चलेगी सरकार की दमनकारी नीति

मोतिहारी । नियोजित शिक्षकों की मांगों के समर्थन में अब माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक भी आंदोलन में कूद चुके हैं। सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में तालाबंदी के साथ इंटर व मैट्रिक परीक्षा से संबंधित मूल्यांकन कार्य से भी दूरी बना चुके हैं। वहीं, माध्यमिक शिक्षकों का धरना शहर के कचहरी चौक स्थित आंबेडकर भवन के पास बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष सीताराम यादव ने कहा कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ 1925 से अनुशासित तरीके से शिक्षकों के हित की लड़ाई लड़ती रही है। वहीं, जिला सचिव नवलकिशोर सिंह ने कहा कि शिक्षकों की मांग जायज है। सरकार की दमनकारी नीति अब चलने वाली नहीं है। मांग पूरी होने तक यह लड़ाई जारी रहेगी। साथ ही मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार भी जारी रहेगा। इस क्रम में कोषाध्यक्ष लोकेश कुमार पांडेय ने कहा कि राज्य का विकास शिक्षा के बगैर नहीं हो सकता। इसलिए सरकार को शिक्षकों की जायज मांगों को मान लेनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त सचिव विमल प्रकाश आर्य ने किया। मौके पर मूल्यांकन सचिव बुन्नीलाल ठाकुर, नवलकिशोर पासवान, सुधीर सिंह, डॉ. रणजीत, रणजीत कुमार, मो. असलम, वृजेश्वरम देव, अविनाश कुमार, विजय चौधरी, मदन प्रसाद, पवन मिश्रा, सरफराज सिद्दिकी, मृत्युंजय कुमार, हेमंत कुमार, राजकांत अनल, जवाहरलाल गुप्ता, मो. जावेद, कृष्णमोहन पंडित, पंकज वर्मा, मुकेश चौधरी, बबीता गुप्ता, सुनील कुमार, राकेश कुमार, अंशुमान कुमार, मो. साबिक, डॉ. ललन यादव, रोहित कुमार, प्रभुनाथ राय आदि उपस्थित थे।

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