पंस की बैठक में राजेपुर को प्रखंड बनाने का छाया रहा मुद्दा

मेहसी प्रखंड कार्यालय स्थित सभा भवन में गुरुवार को पंचायत समिति की विशेष बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख विपुल कुमार एवं संचालन प्रखंड विकास पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 12:48 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 12:48 AM (IST)
पंस की बैठक में राजेपुर को प्रखंड बनाने का छाया रहा मुद्दा
पंस की बैठक में राजेपुर को प्रखंड बनाने का छाया रहा मुद्दा

मोतिहारी । मेहसी प्रखंड कार्यालय स्थित सभा भवन में गुरुवार को पंचायत समिति की विशेष बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख विपुल कुमार एवं संचालन प्रखंड विकास पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने किया। सदन में राजेपुर को प्रखंड बनाने एवं लीची पर स्टिग बग नामक कीट के हमले से किसानों को होने वाली परेशानी का मुद्दा छाया रहा। इस बीच 15वीं वित्त योजना अंतर्गत टाइड और अनटाइड के तहत चयनित योजनाओं को मूर्तरूप देने सहित उपरोक्त मामलों में संबंधित विभाग को प्रस्ताव भेजने की स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में विकास के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मनरेगा, बाल विकास परियोजना, विद्युत, बाढ़ राहत अनुदान, आपूर्ति, शिक्षा जैसे मुद्दों व समस्याओं पर प्रमुखता से चर्चा हुई। इनमें कई मामलों का त्वरित निष्पादन भी किया गया। प्रखंड से संबंधित जो मामले नहीं थे उन्हें संबंधित विभाग को प्रस्ताव भेजकर कार्रवाई के लिए कहा गया। इस अवसर पर विधायक श्यामबाबू यादव के प्रतिनिधि के रूप में बैठक में शामिल जिला भाजपा किसान प्रकोष्ठ के महासचिव अजय सिंह ने लीची से संबंधित किसानों का मामला उठाते हुए इस वर्ष लीची को स्टिग बग नामक कीट के प्रकोप से बचाने हेतु सरकार व कृषि विभाग स्तर पर ठोस कदम उठाने की मांग की। वहीं, पंचायत समिति सदस्य दिनेश प्रसाद ने राजेपुर को प्रखंड बनाने, राजेपुर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति में सुधार, वर्ष 2017 से 2020 के बीच बाढ़ राहत अनुदान के वितरण में अनियमितता, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मेहसी द्वारा क्षेत्र भ्रमण व केंद्रों का नियमित अनुश्रवण नही करने तथा प्रखंड में आशा की बहाली में सृजित पद से अधिक बहाली के मामलों को उठाया। इन मामलों की गंभीरता को देखते हुए सदन ने बाढ़ राहत अनुदान वितरण में अनियमितता की जांच की जिम्मेवारी प्रखंड विकास पदाधिकारी व आशा बहाली की जांच सिविल सर्जन मोतिहारी व सरकार को सौंपने का प्रस्ताव पारित किया। बता दें कि आशा के सृजित पद 162 के विरुद्ध 18 अतरिक्त बहाली का मामला विधानसभा में भी उठ चुका है। लेकिन आधिकारिक स्तर पर इस मामले को दबाने की पुरजोर प्रयास की बात कही गई। बैठक में कार्यक्रम पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता, बीईओ शंभूनाथ शर्मा, जेएसएस पिटू कुमार, पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ महाशंकर, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन, कृषि समन्वयक संजय कुमार, कनीय अभियंता विद्युत पारसनाथ रजक, व्यापार मंडल अध्यक्ष भारत भूषण सिंह, मुखिया बबीता देवी, आशा प्रधान, सतेंद्र सिंह, रामाकांत चौरसिया, मिथिलेश कुमार, अजय राय, इंदु चौधरी, सपना देवी, गीता देवी, गणेश बैठा, रानी देवी, पंसस दिनेश प्रसाद, लक्ष्मी देवी, आभा कुमारी, कांति देवी सहित सभी मुखिया व पंचायत समिति सदस्य मौजूद थे।

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