सुभाष व मणि सिंह की हत्या करना चाहता था राजतिलक
पिपरा पुलिस के हत्थे चढे शातिर राजतिलक ने पूछताछ के दौरान भले कुछ भी खुलासा किया हो मगर वह वास्तविकता यह है कि वह शिकारगंज के राजू की हत्या के बाद वह मठिया निवासी सुभाष सिंह व मणि सिंह भी की हत्या करना चाहता था। इसकी सुपारी उसने स्वयं ली थी।
मोतिहारी । पिपरा पुलिस के हत्थे चढे शातिर राजतिलक ने पूछताछ के दौरान भले कुछ भी खुलासा किया हो मगर वह वास्तविकता यह है कि वह शिकारगंज के राजू की हत्या के बाद वह मठिया निवासी सुभाष सिंह व मणि सिंह भी की हत्या करना चाहता था। इसकी सुपारी उसने स्वयं ली थी। इरफान व काजू साह के साथ वह जमीन का कारोबार करता था। कुणाल सिंह के कहने पर उसने दहशत फैलाने व अपना प्रभाव जमाने के लिए सुमन सौरभ, अवनीश उर्फ सिगरेट के साथ मिलकर कोटवा थाना क्षेत्र के मधुआहां बाजार के पास संवेदक विरेन्द्र सिंह के बेस कैम्प पर गोली चलाई थी। उसने उसी दिन पीपरा के चितामनपुर में भी संवेदक सुरेन्द्र सिंह के बेस कैम्प पर भी गोली चलाकर दहशत फैलाई थी। वर्ष 2017 रक्षाबंधन के दिन पीपरा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वर्ष 2018 में जेल से जमानत पर छूटने के बाद मुजफ्फरपुर में अमित सिंह के घर पर रहने लगा। वहां उसके साथ मिलकर शराब का भी कारोबार करने लगा। इसके बाद मधुबन में बैंक से रुपये लेकर जा रहे एक व्यक्ति को गोली मारकर एक लाख 22 हजार नकदी लूट लिया था। उसमें उसके साथ राजा व भोली सिंह भी थे। 27 मार्च 19 को बंजरिया थाना के शंकर ढाबा पर तुरकौलिया के बेलवाराय गांव निवासी बस संचालक मिटू सिंह पर भी उसने फायरिग की थी, जिसमें वे बाल बाल बचे थे।