पीएम कृषि सूक्ष्म सिचाई योजना को लेकर खेतों में सर्वे का कार्य शुरू
पताही प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों में जल के एक-एक बूंद से अधिक उत्पादन के उद्देश्य से प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना को लेकर सर्वे का कार्य प्रारंभ हो गया है।
मोतिहारी । पताही प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों में जल के एक-एक बूंद से अधिक उत्पादन के उद्देश्य से प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना को लेकर सर्वे का कार्य प्रारंभ हो गया है। सर्वे कार्य में शामिल कृषि समन्वयक श्रुति कुमारी सिन्हा ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सूक्ष्म सिचाई योजना के तहत किसानों द्वारा ऑनलाइन आवेदन करना है। इसमें 75 प्रतिशत अनुदान किसानों को दिए जा रहे हैं। इसके तहत छोटे या लघु किसान इसका लाभ ले सकते हैं। परंतु, इसका लाभ उसी किसान को मिलेगा, जिनके पास पहले से बोरिग हो। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के तहत ड्रिप सिचाई से होने वाले लाभ में लगभग 60 फीसद जल की बचत 25 से 30 प्रतिशत उर्वरक की खपत में कमी, 30 से 35 फीसद लागत में कमी तथा 25 से 35 प्रतिशत अधिक व बेहतर गुणवत्ता का उत्पादन किसान प्राप्त कर सकते हैं। किसान कम खर्च में अपनी आमदनी को दोगुनी कर सकते हैं। इसके लिए तीन तरह की मशीनें लगाई जाएंगी। मिनी स्प्रिंकलर, पोर्टेबल एस्प्रिनकलर, छोटा पोर्टेबल स्प्रिंकलर, किसानों की बोरिग पर लगाए जाने हैं। अब तक प्रखंड क्षेत्र की आधा दर्जन पंचायतों में सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके लिए सरकार ने त्यागी इंडस्ट्रीयल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को जिम्मा दिया है। इस दौरान कंपनी के सर्वेयर मुकेश कुमार, रितेश कुमार, किसान सलाहकार विलास राम व अरविंद ठाकुर मौजूद रहे।
इनसेट
किस पर कितना अनुदान : एक नजर
ड्रिप में सरकार की लागत 57 हजार 946 रुपये-- किसानों को अनुदान 52 हजार 151 रुपये
मिनी स्प्रिंकलर पर 45 हजार 567 ---- अनुदानित राशि 42 हजार 810 रुपये।
पोर्टेबल स्प्रिंकलर पर लागत एक 11 हजार 365 रुपये---- अनुदानित राशि 8 हजार 524 रुपये।
पोर्टेबल एस्प्रिन कलर लागत 15 हजार 876 --- अनुदान 11 हजार 907 रुपये। इसके तहत जो किसान पहले ऑनलाइन आवेदन कर 90 फीसद तक अनुदान हासिल कर सकते हैं।
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