छोटे-छोटे उद्योगों की स्थापना से आएगी समृद्धि, खुलेंगे रोजगार के अवसर
मोतिहारी। सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग के बिहार के चेयरमैन रमेश कुमार ने कहा कि किसान
मोतिहारी। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग के बिहार के चेयरमैन रमेश कुमार ने कहा कि किसान, मजदूर और बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए छोटे उद्यमों को विकसित करने की कवायद की जा रही है, ताकि आम आदमी का जीवन स्तर ऊंचा होने के साथ ही रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो सके। श्री पांडेय शहर के चांदमारी चौक स्थित आशीर्वाद होटल में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही चंपारण में छोटे-छोटे उद्योगों की स्थापना की जाएगी। इसके लिए यहां के सक्षम उद्यमियों को उन्होंने आगे आने का आह्वान किया। श्री पाण्डेय ने कहा कि बिहार एक बड़ा प्रदेश है। यहां उपभोक्ताओं की संख्या भी अधिक है। लेकिन, हमारे जीवन में उपयोग होने वाली अधिकतर सामान बाहर से आता है। हमारे ही कुशल मजदूर बाहर जाकर वे उत्पाद बनाते हैं। अब वह समय आ गया है कि इस प्रकार का प्रयास हो कि वे मजदूर अपने राज्य में रहकर बेहतर आय का सृजन कर सकें। साथ ही छोटे-छोटे उद्योग की स्थापना कर बिहार को भी औद्योगिक राज्य की श्रेणी में लाएं। आम बजट में इस प्रकार के उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए 20 हजार करोड़ का प्रावधान किया है। सरकार मत्स्य, मुर्गी, गाय, भैंस, बकरी पालन, आटा, दाल, चावल, चूड़ा मिल मशरूम की खेती, रेडिमेड गारमेंट, मशाला उद्योग समेत अन्य उद्योगों को स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। कहा गया कि कोरोना काल में दूसरे राज्यों से घर लौटे श्रमिकों की सूची उद्योग विभाग से मांगी जा रही है। सरकार का उद्देश्य है कि मजदूरों का पलायन को रोका जाए। कहा गया कि इस प्रकार के उद्योग स्थापित करने वालों को सरकार सस्ते दर पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। उद्योग लगाने के लिए इच्छुक लोगों की मदद की जाएगी। बैंक से समन्वय स्थापित कर जल्द ऋण उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जाएगा। बताया गया कि इस प्रकार के उद्योग को स्थापित करने के लिए सरकारी स्तर पर पांच लाख से 25 करोड़ तक के ऋण न्यूनतम ब्याज दर पर देने का प्रावधान है। मौके पर मीडिया प्रभारी सह जिले के सामाजिक कार्यकर्ता अजय गुप्ता, समाजसेवी आलोक कुमार व अमन राज के अलावा कई लोग मौजूद थे।