निजी विद्यालय संघर्ष समिति का गठन
मोतिहारी। सरकार की उपेक्षापूर्ण नीति के विरोध में निजी विद्यालय कर्मियों ने एक संघर्ष समिति का
मोतिहारी। सरकार की उपेक्षापूर्ण नीति के विरोध में निजी विद्यालय कर्मियों ने एक संघर्ष समिति का गठन किया है। संगठन आंदोलन की रूपरेखा तय करेगा। इसको लेकर जिले भर के निजी विद्यालयकर्मियों की एक बैठक प्रखंड के एक निजी विद्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता शिक्षक विजय कुमार ने की जबकि संचालन संजय कुमार ने की। बैठक में सर्वसम्मति से यह तय हुआ कि अब प्राइवेट स्कूल वाले चुप नहीं बैठेगें। इसके लिए उन्होंने निजी विद्यालय संघर्ष समिति का गठन किया है। उनलोगों का कहना है कि सरकार प्राइवेट स्कूल वालों के साथ अन्याय कर रही है। एक तरफ वह सरकारी स्कूल के शिक्षकों को स्कूल बंद होने की स्थिति में भी बैठा कर पैसे दे रही है जबकि प्राइवेट स्कूल वालों के साथ आज तक कुछ नहीं की। आखिर ये भी तो राज्य के ही नागरिक हैं और इनको भी देखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। राज्य की शिक्षा में आधे से अधिक भागीदारी प्राइवेट स्कूल वालों की है। प्राइवेट स्कूल राज्य शिक्षा की रीढ़ है। बैठक को संबोधित करते हुए विजय कुमार ने बताया कि निजी विद्यालय सरकार द्वारा जारी दिशा -निर्देश का पालन करते हुए विद्यालय का संचालन करना चाहते हैं। अगर सरकार चाहती है कि स्कूल नहीं चले तो वह निजी विद्यालय के शिक्षकों के जीविकोपार्जन की व्यवस्था करें। उनके जीवन यापन के लिए अनुदान की व्यवस्था करे अन्यथा वे लोग सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। इस संबंध में अगली बैठक की तिथि आगामी 3 दिसम्बर को निर्धारित की गई है। मौके पर उपस्थित अन्य शिक्षकों में अमन कुमार राज, संजय कुमार, राजेश कुमार, संतोष रौशन, राजेश तिवारी, मनीष कुमार, जमाल अ़ख्तर, म.अब्बास, अभिलाषा सिंह, अमित राज,अशोक कुमार, अवधेश कुमार आदि प्रमुख थे।