मनरेगा के मिशन दस लाख पौधारोपण से जिले में आएगी हरियाली
मोतिहारी। कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के साथ अब एक बार फिर बेपटरी हुई व्यवस्था
मोतिहारी। कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के साथ अब एक बार फिर बेपटरी हुई व्यवस्था संभलने लगी है। हालांकि कोरोना काल में मनरेगा के उत्कृष्ट कार्य के कारण हर तरफ सराहना मिल रही है। एक बार फिर मनरेगा ने जिले में एक बड़ा अभियान का आगाज कर दिया है। मिशन दस लाख पौधारोपण का। लक्ष्य बड़ा है, पर हौसला भी अधिकारियों व कर्मियों का परवान पर है। राज्य स्तर पर बेहतर कार्यों के लिए राज्य स्तर पर मिले रैंकिग में जिले को दूसरा स्थान मिला है। अब पौधारोपण के दस लाख का लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी मास्टर प्लान बना लिया गया है। प्रखंड स्तर पर पौधारोपण का लक्ष्य तय कर उन्हें इस कार्य के लिए दायित्व सौंपा गया है। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने चिरैया के मीरपुर तालाब परिसर में पौधारोपण कर इस अभियान का आगाज किया है। इसी के साथ दस लाख पौधारोपण का कार्य शुरू हो गया है। इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी पहले से की जा रही थी। पौधारोपण के साथ वनपोषणकों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी चल रही है। प्रति दो सौ पौधे पर एक वन पोषकों को नियुक्त करना है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमित कुमार उपाध्याय ने कहा कि तय लक्ष्य को ससमय पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। बरसात प्रारंभ होने के साथ इस अभियान को और तेज किया जाएगा। खासकर फलदार व पीपल, बरगद आदि के पौधे अधिक लगाने का प्रयास किया जाएगा। मनरेगा के तहत कई योजनाओं में खासकर बाहर से आने वाले मजदूरों को बड़ी संख्या में काम दिया गया है। प्रखंडों में रोजगार के अवसर का सृजन किया गया है।
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निजी स्तर पर पौधे लगाने वालों को भी मिलेगा लाभ निजी स्तर पर भी अगर कोई पौधा लगाता है तो उसे मनरेगा के तहत सहायता की जाएगी। दो सौ पौधे लगाने पर उनकी खेत कर घेराबंदी मनरेगा के तहत कराई जाएगी। साथ ही पौधों की देखरेख के लिए वनपोषकों को मिलने वाली राशि खेत के मालिक को दिया जाएगा। पेड़ तैयार होने पर इसपर खेत के मालिक का ही स्वामित्व होगा। बताया कि उन्हें भी फलदार पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
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वर्जन : पर्यावरण संरक्षित करने में पेड़ पौधे अहम भूमिका निभाते हैं। सरकार की जल-जीवन हरियाली योजना के तहत जल संरक्षण के साथ पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। जिले में 20 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है, जिसमें मनरेगा के तहत दस लाख पौधे लगाए जाएंगे। बाहर से आने वाले मजदूरों को सहजता से काम दिया जा रहा है।
शीर्षत कपिल अशोक, जिलाधिकारी, पूर्वी चंपारण