रहमानिया में सरकारी दर पर होगा सिटी स्कैन
मोतिहारी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर खतरनाक साबित हो रही है। पिछले साल के मुकाबल
मोतिहारी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर खतरनाक साबित हो रही है। पिछले साल के मुकाबले इस बार लोग ज्यादा बीमार हो रहे हैं। कोरोना वायरस ने अपनी संरचना में भी काफी बदलाव कर लिया है। यही कारण है कि इस बार कई मामलों में एंटीजेन व आरटीपीसीआर जांच में भी संक्रमण का पता नहीं चल पा रहा। ऐसे में चिकित्सक मरीजों को सिटी स्कैन कराने की सलाह दे रहे हैं। इधर संक्रमण के मामलों में लगातार हो रहे वृद्धि व सिटी स्कैन की महत्ता को देखते हुए कतिपय संस्थानों ने मरीजों से इसके लिए ज्यादा शुल्क वसूलना शुरू कर दिया था। जहां अब सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते सिटी स्कैन करने वाले निजी संस्थानों के लिए दर निर्धारित कर दिया है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इस बाबत एक पत्र जारी कर सिगल स्लाइस सिटी स्कैन के लिए 2500 व मल्टी स्लाइस सिटी स्कैन के लिए 3000 रुपये निर्धारित किया है। चल निकला सीटी स्कैन का धंधा दरअसल, कोविड महामारी की सबसे भयानक लहर में बड़ी परेशानी ये है कि वायरस ने अपना रूप बदल लिया है। कई मामलों में आरटीपीसीआर टेस्ट से भी कोविड संक्रमण पकड़ में नहीं आ रहा है। ऐसे में चिकित्सकों के पास अब मरीज का सीटी स्कैन कराना ही अंतिम रास्ता बचता है। ऐसे में सिटी स्कैन करने वाले हॉस्पिटल रोड स्थित कतिपय संस्थान मरीजों से मनमाना पैसा वसूल रहे हैं। कोविड संक्रमण से जूझ रहे चांदमारी निवासी धर्मेंद्र प्रसाद ने बताया कि इनका मकसद यही है कि आपके डर को इतना भुनाना की, जहां तक संभव को आपके पॉकेट से पैसा लिया जा सके। जानकारों की माने तो जो सिटी स्कैन 2500-3000 रुपये में होता था, वही सिटी स्कैन अब निजी संस्थानों में 4000 तक हो रहा है। रहमानिया मेडिकल सेंटर ने दी मरीजों को राहत एक तरफ जहां कतिपय संस्थानों द्वारा सिटी स्कैन के नाम पर मरीजों का दोहन किया जा रहा है। वहीं रहमानिया मेडिकल सेंटर ने मरीजों को बड़ी राहत दी है। संस्थान ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश के आलोक में अब प्रभावी दर पर ही सिटी स्कैन करने का निर्णय लिया है। निदेशक तबरेज अजीज व डॉ उमर तबरेज ने संयुक्त रूप से एक बयान जारी कर कहा है कि अब मरीजों का यहां सरकारी दर पर सिटी स्कैन किया जाएगा। संस्थान में विश्वस्तरीय सिमन्स कंपनी के सिटी स्कैन मशीन द्वारा यह कार्य किया जा रहा है।