मशरूम का उत्पादन कर रोजगार सृजन की राह दिखा रहीं कालपति
मोतिहारी। कोरोना काल के बाद रोजगार की संभावनाओं को तलाशने की रफ्तार भी तेज हुई है।
मोतिहारी। कोरोना काल के बाद रोजगार की संभावनाओं को तलाशने की रफ्तार भी तेज हुई है। इसमें गोढ़वा की रहने वाली कालपति देवी अन्य महिलाओं के लिए रोजगार सृजन की राह दिखा रही हैं। वे खुद भी मशरूम का उत्पादन कर बेहतर आय प्राप्त कर रही हैं।
उन्होंने जन शिक्षण संस्थान से मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण प्राप्त कर छोटे से घर में इस व्यवसाय को प्रारंभ किया। उसका कहना है कि घर के कार्यों के साथ वह मशरूम का उत्पादन आसानी से कर सकती हैं। पिछले कई महीनों से मशरूम की खेती के साथ आसपास की महिलाओं को इसके उत्पादन के गुर भी सिखा रही हैं। कालपति से प्रेरित होकर हाल ही में दस महिलाओं ने मशरूम की खेती प्रारंभ की है। वह अभी घर बैठे हर माह में 20-25 बैग ओरेस्टर मशरूम का उत्पादन कर हर महीने लगभग 10 हजार रुपये की कमाई कर रही हैं। उनका कहना है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना जरूरी है। हर महिला को सम्मान से जीने के लिए आगे बढ़कर स्वरोजगार से जुड़ना होगा। इसके लिए उन्हें कहीं भी बाहर जाने की भी जरूरत नही है। प्रशिक्षण प्राप्त कर घर में रहकर सम्मान के साथ अपनी आय को बढ़ा सकती है। महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाने के लिए जन शिक्षण संस्थान की उन्होंने सराहना की। कालपति देवी बताती हैं कि गांव की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर जन शिक्षण संस्थान मोतिहारी पथ प्रदर्शक के रूप में कार्य कर रहा है। कालपति देवी मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर नायिका के रूप में जानी जाती हैं। वर्जन : मशरूम उत्पादन करना महिलाओं के लिए आसान है। वह घर पर रहकर इस कार्य को आसानी से कर सकती है। इससे उनकी आय बढ़ने के साथ रोजगार सृजन का एक नया अवसर मिल रहा है।
मधु कुमारी, परियोजना पदाधिकारी, निर्देश