मरीजों के परिवारवालों को दो-दो घंटे पर इलाज के बारे में दें जानकारी : डीएम

मोतिहारी। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने सदर अस्पताल स्थित सभा कक्ष में चिकित्सा पदाधिकारियो

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 12:14 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 12:14 AM (IST)
मरीजों के परिवारवालों को दो-दो घंटे पर इलाज के बारे में दें जानकारी : डीएम
मरीजों के परिवारवालों को दो-दो घंटे पर इलाज के बारे में दें जानकारी : डीएम

मोतिहारी। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने सदर अस्पताल स्थित सभा कक्ष में चिकित्सा पदाधिकारियों, अस्पताल प्रबंधक, चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य, वार्ड पार्षद, जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधि, व्यवसायिक संघ के सदस्यों के साथ कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को की जा रहे इलाज एवं अन्य जानकारियों के लिए आवश्यक बैठक की। जिलाधिकारी ने सभी सदस्यों से सुझाव प्राप्त किए तथा उस पर अमल करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश सिविल सर्जन को दिए। जिला पदाधिकारी ने बताया कि कुछ शिकायतें प्राप्त हो रही है इसका तुरंत निराकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सप्लाई की निगरानी के लिए लॉग बुक संधारित होता है, कितना सिलेंडर है, कितने रिफिल के लिए जा रहा है, कितने सिलेंडर लगा हुआ है, सबको लॉग बुक में संधारण हो रहा है। इसको और व्यवस्थित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज बेतिया में क्रिटिकल पेशेंट के लिए व्यवस्था की गई है, यहां आईसीयू का प्रयोग क्रिटिकल पेशेंट को एस्टेबल करने के लिए ही प्रयोग होता है, तथा बेहतर इलाज हेतु मेडिकल कॉलेज बेतिया रेफर किया जाता है परंतु मेडिकल कॉलेज बेतिया फुल होने के कारण यहां पर क्रिटिकल पेशेंट का इलाज किया जा रहा और लोग ठीक भी हो रहे हैं। हरसिद्धि प्लांट से लगातार गैस प्रोडक्शन हो रहा है दो-तीन दिन के बाद और भी ज्यादा ऑक्सीजन की सप्लाई हो जाएगा। अभी 61ऑक्सीजन कंसंट्रेटर है। प्रत्येक 2 घंटे पर रोस्टर वाइज पेशेंट को डॉक्टरों की टीम द्वारा देखा जाता है तथा रजिस्टर मेंटेन किया जाता है। सिविल सर्जन को इस पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया। बैठक में सदस्यों द्वारा सुझाव दिया गया क्या ऑक्सीजन सिलेंडर का ऑडिट कराया जाय। जिलाधिकारी महोदय ने सुझावों को अमल करने हेतु सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहां की परिजनों से भी बात किया जाए तथा पेशेंट के बारे में सही सही जानकारी परिजनों को दिया जाए ताकि परिजनों में असंतोष की भावना नहीं हो। परिजनों को बताया जाए कि प्रत्येक 2 घंटे पर पेशेंट को क्या क्या दवाएं दी गई है। कहा कि डॉक्टर पेशेंट से शालीनता से बात करें और प्रॉपर केयर करें। जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सभी नए डॉक्टर को कोविड वार्ड में प्रतिनियुक्त किया जाए तथा उसे मॉनिटरिग करने हेतु एक सीनियर डॉक्टर को प्रतिनियुक्त किया जाए। मौके पर अपर समाहर्ता अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, सिविल सर्जन एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

इनसेट

ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच बढ़ाएं जासं, मोतिहारी : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने वीसी के माध्यम से कोविड-19 संक्रमण के रोक थाम हेतु तैयारी की समीक्षा की। इस समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी महोदय के साथ सिविल सर्जन एवं स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे। प्रधान सचिव ने कहा कि कोरोना टेस्ट का फोकस ग्रामीण क्षेत्रों मे किया जाए ताकि इस संक्रमण को गांव में रोका जा सके। उन्होंने टेस्ट की संख्या बढ़ाने के लिए कहा। कहा कि सरकार द्वारा एंबुलेंस तथा प्राइवेट हॉस्पिटल्स में इलाज कराने हेतु दर निर्धारित किया गया है इसकी नियमित समीक्षा तथा देखरेख की आवश्यकता है। महत्वपूर्ण दवाइयों का क्रय किया जाना आवश्यक है। एंबुलेंस की जितनी भी आवश्यकता है एंबुलेंस भाड़े पर रखा जाए. इसमें कोताही ना किया जाए. होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को दवाई किट दिया जा रहा है या नहीं इसकी मॉनिटरिग कंट्रोल रूम से किया जाए. हर टेस्ट सेंटर पर मेडिसिन किट रखा जाए जैसे टेस्ट में कोई पॉजिटिव आता है उन्हें मेडिसिन कीट उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने कहा कि सुबह सात बजे से 10 बजे के बीच दुकानें खुलती है जैसे सब्जी की दुकान है वहां पर टेस्ट कैम्प लगाया जाए तथा लोगों का टेस्ट किया जाए. टेस्टिग का डाटा इंट्रो कराना सुनिश्चित किया जाए. कंट्रोल रूम से आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को फोन कॉल के द्वारा उनके बारे में जानकारी ली जाए.

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