कोविड मरीजों के इलाज के लिए चंपारण ने स्थापित किया बेहतर मापदंड

मोतिहारी। कोरोना से जंग पूरा देश एक साथ लड़ रहा है। चंपारण में उपलब्ध संसाधनों को सह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 12:09 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 12:09 AM (IST)
कोविड मरीजों के इलाज के लिए चंपारण ने स्थापित किया बेहतर मापदंड
कोविड मरीजों के इलाज के लिए चंपारण ने स्थापित किया बेहतर मापदंड

मोतिहारी। कोरोना से जंग पूरा देश एक साथ लड़ रहा है। चंपारण में उपलब्ध संसाधनों को सही समय पर उपयोग कर मरीजों के इलाज के लिए तैयार किया गया। इसका प्रतिफल भी यहां के मरीजों को मिला। जिला व अनुमंडल स्तर पर कोविड डेडिकेटेट सेंटर पर मरीजों को इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराकर एक आदर्श मापदंड स्थापित किया है। हाल के दिनों में सीएम नीतीश कुमार ने जब वर्चुअल तरीके से कोविड केयर सेंटर का जायजा लिया तो यहां की हर व्यवस्था को गुणवत्तापूर्ण पाया। हालांकि जिन अन्य जिलों की स्थिति को उन्होंने देखा वहां भी व्यवस्था ठीक थी। लेकिन चंपारण ने जिस प्रकार हर क्षेत्र में एक साथ सुनियोजित तरीके से कम समय में हर प्रकार की व्यवस्था को बनाने में सफलता हासिल की है। उसे उन जिलों को अपनाना चाहिए जो इस क्षेत्र में बेहतर करना चाहते हैं। सीएम ने इसका श्रेय जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक को देते हुए कहा कि कुशल प्रबंधन के कारण यह सब कुछ हुआ है। मरीजों को ऑक्सीजन के लिए नहीं होना पड़ा परेशान, हर व्यवस्था पर रही डीएम की नजर

ऑक्सीजन की जिले में कभी भी किल्लत नहीं हुई। इसका मुख्य कारण ऑक्सीजन को लेकर सही समय पर लिया गया कड़ा एक्शन रहा। हरसिद्धि स्थित गैस प्लांट में डीएम ने प्रारंभ के समय में ही कड़ाई से काम करते रहे। अवैध रूप से ऑक्सीजन की कालाबाजारी नहीं हो और मरीजों तक यह सुविधा हर जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचे इसकी निगरानी होती रही। ऑक्सीजन चेन नहीं टूटे इसपर डीएम की खास नजर रही। चंद घंटों में हरसिद्धि प्लांट में आई तकनीकी गड़बड़ी को डीएम ने अपनी उपस्थिति में दूर कराकर इस चेन को टूटने नहीं दिया। जिला व अनुमंडल स्तर पर ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी गई। मरीजों को अस्पताल के अलावा होम आइसोलेशन में बेहतर इलाज हो इसकी मॉनेटरिग की व्यवस्था की गई। होम आइसोलेशन व कोविड केयर में मरीजों के ठीक होने की रफ्तार भी तेजी से बढ़ी है।

हरसिद्धि प्लांट समेत जिले के सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था को एकीकृत कर दिया। इसके तहत जिला प्रशासन ने जिले इंडस्ट्रियल गैस सिलेंडर को अपने नियंत्रण में ले लिया तथा प्रशासनिक अभिरक्षा में ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू कर दी, जिसके कारण जिले में सभी अस्पतालों व नर्सिंग होम को सुचारू ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकी। कोविड के इलाज के लिए बने जिला डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर के अलावा मोतिहारी शहर के तीन निजी अस्पताल, रक्सौल के दो निजी अस्पताल तथा 4 अनुमंडलों में बने कोविड अस्पताल को पूरे कोविड काल में ऑक्सीजन के लिए परेशान नहीं होना पड़ा। सामुदायिक किचन में मिल रहा गरीबों को मुफ्त भोजन लॉकडाउन अवधि में मरीजों के स्वजनों के अलावा वैसे गरीब जिन्हें भोजन की जरूरत है उनके लिए शहर के कई क्षेत्रों के अलावा अनुमंडल व प्रखंडों में सामुदायिक किचन खोला गया। इसके माध्यम से लोगों को गर्म भोजन दिया जा रहा है। प्रतिदिन यहां लोग आकर भोजन कर रहे हैं। मनरेगा से दिया जा रहा काम

मनरेगा से वैसे मजदूर जिन्हें काम की जरूरत है उनकों काम का पर्याप्त अवसर दिया जा रहा है। सरकार के निर्देश के आलोक में हर प्रखंड में मनरेगा से जुड़ी योजनाओं का लाभ मजदूरों को मिल रहा है। वर्जन : जिले में कारेाना संक्रमण को रोकने व मरीजों के इलाज की व्यवस्था को लेकर हर प्रकार की सतर्कता बरती जा रही है। मरीजों को ऑक्सीजन सहजता के साथ उपलब्ध हो और इलाज की खबर स्वजनों तक पहुंचे की व्यस्था की गई है। यह सुखद है कि इस प्रयास का लाभ मरीजों को मिल रहा है और वे ठीक हो रहे हैं।

शीर्षत कपिल अशोक, जिलाधिकारी, पूर्वी चंपारण

chat bot
आपका साथी