शटरतोड़वा सरगना चेलवा व बेलवा चलाता था चादर गिरोह
मोतिहारी । जिले के घोड़ासहन में गिरफ्तार शटरकटवा गिरोह के गिरफ्तार बदमाश समीर उर्फ चेलवा व सलमान उर्फ बेलवा ने बताया कि उसका गिरोह चादर गिरोह के नाम से जाना जाता है।
मोतिहारी । जिले के घोड़ासहन में गिरफ्तार शटरकटवा गिरोह के गिरफ्तार बदमाश समीर उर्फ चेलवा व सलमान उर्फ बेलवा ने बताया कि उसका गिरोह चादर गिरोह के नाम से जाना जाता है। इसमें दर्जनभर बदमाश शामिल हैं, जो महानगरों के बड़े-बड़े दुकानों के सामने चादर बिछाकर सोते हैं। रात में दुकान का शटर जक से उठाकर प्रवेश कर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। चोरी का सामान नेपाल ले जाकर बेचते हैं। इसके बाद घर लौट जाते हैं। कहा कि गिरोह के दुबले पतले सदस्य दुकान के अंदर प्रवेश करते हैं व चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। पूछताछ के दौरान सलमान उर्फ बेलवा उत्तरप्रदेश के मथुरा से जेल गया था। वहीं समीर उर्फ चेलवा घोडासहन पुलिस द्वारा तीन बार जेल भेजा गया है। दो से तीन माह तक जेल में रहने के बाद जमानत पर रिहा होकर फिर वारदात को अंजाम देते हैं। पुलिस अधीक्षक नवीनचंद्र झा ने कहा कि गिरफ्तार दोनों बदमाशों की संपत्ति का पता लगाकर जब्त किया जाएगा व इसकी सूचना आर्थिक अपराध इकाई को भी दी जाएगी। गिरफ्तार बदमाशों पर इन राज्यों में है प्राथमिकी गिरफ्तार बदमाश सलमान साह उर्फ बैला पर दिल्ली, उतरप्रदेश, घोड़ासहन, राजस्थान, इंदौर, गुजरात, उतराखंड में दर्जन भर मामले दर्ज हैं। वहीं समीर उर्फ चेलवा पर दिल्ली, घोड़ासहन, झारखंड, पटना, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तराखंड, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, जयपुर, तेलंगाना आदि राज्यों में प्राथमिकी दर्ज है। उत्तर प्रदेश झांसी के नवा नगर थाना से 27 लाख की सेलफोन चोरी, नागपुर से 27 लाख की सेलफोन, गुजरात से 17 लाख, उतराखंड हल्दानी से 20 लाख, जयपुर से 44 लाख, तेलगंना से 25 लाख वहीं बैला ने उतराखंड हल्दानी से 20 लाख, गुजरात से 17 लाख, उतरप्रदेश मथुरा कोतवाली से व गुजरात से 17 लाख की सेलफोन की चोरी की है। छापेमारी टीम में शामिल पुलिस अधिकारी होंगे पुरस्कृत पुलिस अधीक्षक नवीन चन्द्र झा ने बताया है कि टीम में शामिल पुलिस अधिकारी व कर्मी को पुरस्कृत किया जाएगा। टीम में ढाका के पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष अभय कुमार, घोड़ासहन के थानाध्यक्ष अखिलेश मिश्रा, तकनीकी सेल के मनीष कुमार, मुन्ना कुमार, कुमार चिरंजीवी, कुमार नित्यानंद आदि शामिल थे। दोनों भाईयों ने अर्जित की है अकूत संपत्ति पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि दोनों भाइयों ने अकूत संपत्ति अर्जित की है। घोड़ासहन के अलावा ढाका सहित कई महानगरों में भी उसकी संपत्ति है। जिसमें मकान, दुकान भी शामिल हैं, जो अपने-अपने रिश्तेदारों के नाम से खरीदा है। पुलिस का कहना है कि उसकी बहन एक बार घोड़ासहन में सिनेमा देखने गई थी। उसी दौरान विवाद होने पर छविगृह की कीमत लगाकर खरीद लिया था।