इस्लामिक महीनों में रमजान सबसे पाक: हाफिज जैनुद्दीन खान
मोतिहारी। पूरे हिदुस्तान में माह-ए-रमजान आज से शुरू हो रहा है। ये महीना इस्लामिक महीनो
मोतिहारी। पूरे हिदुस्तान में माह-ए-रमजान आज से शुरू हो रहा है। ये महीना इस्लामिक महीनो में सबसे पाक महीना कहा जाता है। इसी महीने में 1400 साल पहले कुरआन-ए-करीम नाजिल हुआ। उक्त बाते बलुआ मस्जिद के पूर्व इमाम हाफिज मौलाना मोहम्मद जैनुद्दीन खान ने माह-ए-रमजान पर प्रकाश डालते हुए मंगलवार को कहीं।
उन्होंने कहा कि इस महीने में नेकियों का अज्र बहुत ही ज्यादा बढ़ जाता है, लिहाजा कोशिश कर के ज्यादा से ज्यादा नेकियां इस महीने में जमा करनी चाहिए। रमजान के महीने में एक दिन का रोजा रखना एक हजार दिन के रोजा से अफ्जल माना जाता है और रमजान के महीने में एक मरतबा तस्बीह पढ़ना इस माह के अलावा एक हजार मरतबा तरबीह पढ़ने के बराबर है। वही रमजान के महीने में एक रक्अत पढ़ना गैर रमजान की एक हजार स्क्अतो से अफ्जल होता है। मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर सभी लोग सरकार व जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। उन्होंने लोगों से मुबारक महीने में कोरोना से निजात के लिए दुआ फरमाने की अपील की है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों से घरों में रहकर इबादत करने की अपील की है।
इनसेट के लिए पाक महीने में जरूरमंदों की करें मदद फोटो 13 एमटीएच 04 जांस, मोतिहारी : मुस्लिम धार्मवलंबियों का सबसे पवित्र माना जाने वाला रमजान का महीना आज से शुरू हो रहा है। इस पाक महीने में जरूरमंदों की हर संभव मदद के लिए समाज के संपन्न लोगों को आगे आने की जरूरत है। इस महीने को बरकत का भी महीना कहा जाता है। मुस्लिम समाज में इसकी बहुत अहमियत है। उक्त बातें सेराजुल हक ने कही। उन्होंने कहा कि इस पवित्र महीने में समाज के गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए समाज के संपन्न लोगों को आगे आने की जरूरत है।