नियमित योग व आयुर्वेदिक दवाओं से मोतिहारी के प्रशांत ने दी कोरोना को मात
मोतिहारी । देश में कोरोना वायरस लगातार कहर बरपा रहा है। पहली लहर के मुकाबले दूसर
मोतिहारी । देश में कोरोना वायरस लगातार कहर बरपा रहा है। पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में काफी ज्यादा संख्या में लोग बीमार हुए। इस दरम्यान चिकित्सा व्यवस्था पर भी भारी दबाव रहा। वही काफी ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने गंभीर रूप से संक्रमित होने के बावजूद भी आयुर्वेद व योग के सहारे इस जानलेवा वायरस को मात दी। शहर के राजा बाजार निवासी प्रशांत कुमार की भी कुछ ऐसी ही कहानी है। अप्रैल महीने में प्रशांत को अचानक एक दिन काफी बुखार आ गया। परिवार वालों की सलाह पर अगले दिन उन्होंने अपनी कोरोना जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव थी। चिकित्सकों की सलाह पर उन्होंने घर के ही एक अलग कमरे में खुद को आइसोलेट कर लिया। हालांकि समय के साथ परेशानी और भी बढ़ती गई। सांस लेने में भी तकलीफ होने लगी थी। इस बीच योग विशेषज्ञ की सलाह पर उन्होंने नियमित रूप से योग करना शुरू कर दिया। आयुर्वेदिक दवाओं का भी सेवन करते रहें। प्रशांत बताते हैं कि संक्रमण इतना गंभीर हो चला था कि एक-एक सांस के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था। लेकिन नियमित अनुलोम विलोम व अन्य योगासनों से उन्हें काफी लाभ हुआ। कुछ दिनों के बाद बुखार भी उतर गया था। हालांकि सांस संबंधी परेशानी काफी दिनों तक बनी रही। इससे उबरने में योग व आयुर्वेदिक दवाओं के सेवन का काफी फायदा मिला। बकौल प्रशांत कोरोना महामारी के इस भयानक दौर में हर किसी को नियमित योग करना चाहिए। स्वस्थ शरीर व मन के लिए यह बेहतर उपाय है। खासकर वैसे संक्रमित जिन्हें सांस संबंधी परेशानी हो उनके लिए योग की कई ऐसी मुद्राएं हैं जो काफी फायदा पहुंचा सकती हैं।