फुलवार-घोड़मरवा सड़क बाढ़ में ध्वस्त, राहगीरों का चलना मुश्किल

बंजरिया प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ ने कई सड़कों को जर्जर कर दिया है जिसपर अब लोगों का चलना कठिन हो गया है। बाढ़ ने पूरे प्रखंड की दर्जनों सड़कों को जर्जर कर दिया है। ऐसे में इसकी मरम्मत कबतक होगी यह कह पाना भी मुश्किल है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 01:26 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 01:26 AM (IST)
फुलवार-घोड़मरवा सड़क बाढ़ में ध्वस्त, राहगीरों का चलना मुश्किल
फुलवार-घोड़मरवा सड़क बाढ़ में ध्वस्त, राहगीरों का चलना मुश्किल

मोतिहारी । बंजरिया प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ ने कई सड़कों को जर्जर कर दिया है, जिसपर अब लोगों का चलना कठिन हो गया है। बाढ़ ने पूरे प्रखंड की दर्जनों सड़कों को जर्जर कर दिया है। ऐसे में इसकी मरम्मत कबतक होगी यह कह पाना भी मुश्किल है। हम बात कर रहे हैं फुलवारी उत्तरी पंचायत के घोड़मरवा-फुलवार सड़क की। बाढ़ ने इस सड़क की ऐसी दुर्गति कर दी है कि सवारी की कौन कहे पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इस पंचायत की यह सबसे मुख्य सड़क मानी जाती है, जिस रास्ते से चलकर व्यक्ति उत्तर दिशा में फुलवार, घोड़मरवा होते हुए नरकटिया तक की यात्रा आसानी से कर पाते थे। वही दक्षिण की ओर गम्हरिया, सेमरहिया, वृत्तियां, चितहां आदि कई गांवों की यात्रा लोग सरपट कर पाते थे। इस सड़क से लगभग 20 हजार की आबादी लाभांवित हो रही थी। स्थानीय नागरिक मंटू सिंह, पूर्व जिला पार्षद अजय सिंह, पूर्व मुखिया बृजकिशोर सिंह, विध्याचल यादव, आनंद यादव सरीखे लोगों ने स्थानीय प्रशासन व जिला प्रशासन से उक्त सड़क को अविलंब मोटरेबुल बनाने की मांग की है ताकि लोगों को आवागमन में हो रही परेशानी से निजात मिल सके। चिरैया में सड़क पर चढ़ा बरसात का पानी, आवागमन बंद

चिरैया: महज आधे घंटे की बरसात में सड़क पर ढाई फुट पानी भर गया है। जिसके कारण आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। मामला प्रखंड अन्तर्गत मीरपुर पंचायत के वार्ड नंबर दस का है। मुख्य मार्ग से महादेवा पोखर की ओर जाने वाली सड़क का पक्कीकरण नहीं हो सका है। लोग सालों भर पानी भरे बजबजाती सड़क पर चलने को विवश है। बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नली गली का लाभ भी इस मुहल्ले को नहीं मिल सका है। ग्रामीण हरिहर साह व सुकेशर साह ने बताया कि बरसात होते ही उक्त कच्ची सड़क झील में बदल जाता है। बेदामी साह, वीरेन्द्र पांडेय व बरक पांडेय ने कहा कि सड़क के अभाव में वे लोग राघोपुर पंचायत के वीरता गांव में ही बाइक छोड़कर हाथ में चप्पल लेकर पैदल पानी पार करते हुए घर जाते हैं। इन लोगों ने बताया कि सड़क की कमी के कारण सबसे बुरा हाल महिलाओं का है। जिसका घर से निकलना मुश्किल हो गया है। वही सड़क पर जल जमाव के कारण सांप-बिच्छू का भी प्रकोप बढ़ गया है। पंचायत समिति सदस्य बंका सिंह ने कहा कि उक्त वार्ड की सड़क का पक्कीकरण करने के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। इधर जिप प्रत्याशी कलावती देवी ने उक्त सड़क को अविलंब मोटरेबल बनाने की मांग की है।

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