चकिया में सड़क पर उतरे रसोइया संघ के लोग, ढाई घंटे रेलमार्ग जाम

बिहार रसोइया संघ के तत्वावधान में संघ के सदस्यों ने अपनी मांगों के समर्थन में गुरुवार को शहर के सुभाष चौक स्थित रेलवे गुमटी संख्या 137 ए को लगभग ढाई घंटे तक जाम कर रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध कर केंद्र व राज्य सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 11:10 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jan 2019 11:10 PM (IST)
चकिया में सड़क पर उतरे रसोइया संघ के लोग, ढाई घंटे रेलमार्ग जाम
चकिया में सड़क पर उतरे रसोइया संघ के लोग, ढाई घंटे रेलमार्ग जाम

मोतिहारी। बिहार रसोइया संघ के तत्वावधान में संघ के सदस्यों ने अपनी मांगों के समर्थन में गुरुवार को शहर के सुभाष चौक स्थित रेलवे गुमटी संख्या 137 ए को लगभग ढाई घंटे तक जाम कर रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध कर केंद्र व राज्य सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। जाम से शहर का लाइफ लाइन कहे जाने वाले उक्त गुमटी के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लगने से शहर की आवाजाही थम सी गई। रेलवे ट्रैक के जाम होने से मुजफ्फरपुर से रक्सौल जानेवाली डेमू गाड़ी संख्या 75231 मेहसी स्टेशन पर खड़ी रही। जाम स्थल पर पहुंचकर डीएसपी शैलेन्द्र कुमार व सीओ राजकिशोर साह ने संघ के सदस्यों को उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के आश्वासन के बाद सदस्यों ने जाम को हटाया। इसके पूर्व संघ के सदस्यों ने अनुमंडल कार्यालय परिसर, बीआरसी कार्यालय में भी सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। रसोइया को भगाया, बर्तन तोड़े एक अन्य घटनाक्रम में प्रखंड के एनएच 28 पर सेमरा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय सेमरा मदरसा में संघ के सदस्यों ने छात्र छात्राओं का खाना बना रहे रसोइया को भगा कर एचएम के साथ बदसलूकी की। यहां बच्चों के लिये बन रहे अधपके भोजन को फेंक दिया व बर्तन तोड़ दिया। वहां शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षकों से बदसलूकी भी की। जिससे डरकर शिक्षक एक कमरे में दुबके रहे। संघ के सदस्यों का उत्पात देख ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। तब प्रदर्शनकारी संघ के सदस्य भाग खड़े हुए। ये हैं संघ की मांग - प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किए जा रहे पारिश्रमिक को बढ़ाया जाए।

- बारह महीने काम के करने पर भी दस महीने के पारिश्रमिक को ठीक कर बारह महीने के पारिश्रमिक का भुगतान किया जाए।

- रसोइया की मृत्यु पर चार लाख की बीमा राशि के बदले सेवानिवृत्ति के बाद प्रति रसोइया पांच लाख का भुगतान किया जाए।

- 12 सौ पचास रुपये प्रतिमाह भुगतान के बदले सभी रसोइया को 18 हजार प्रतिमाह भुगतान किया जाए।

- सेवानिवृत्ति के बाद तीन हजार का पेंशन व हटाए गए रसोइया को पुन: चयनित किया जाए।

- 180 दिन के सवैतनिक मातृत्व अवकाश दिया जाए। ये रहे शामिल

इस प्रदर्शन में जिले के कई प्रखंडों के सदस्यों ने भाग लिया। प्रदर्शनकरियो में संघ के जिलाध्यक्ष समसुन खातून, जिला संयोजक सुभाष चौधुर, सचिव हरिशंकर यादव, नागेश्वर पासवान, लक्ष्मण ¨सह, ज्ञान्ति देवी, चंदा देवी, रामबाबू मांझी, मीरा देवी, रीता देवी, मदन महतो, ब्रजकिशोर पंडित, ¨बदु देवी, सरोज देवी, सोशिला देवी, मीना देवी, रीना देवी , शिवजी पटेल, अब्दा खातून, नजमा खातून, रूबी देवी सहित बड़ी संख्या में रसोइया शामिल थे।

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