चाइनीज सामान के बहिष्कार के बाद उभरेगा नया भारत
मोतिहारी । हर काम के लिए एक सही वक्त की तलाश रहती है। चीन ने भारत की ओर आंखें क्या उ
मोतिहारी । हर काम के लिए एक सही वक्त की तलाश रहती है। चीन ने भारत की ओर आंखें क्या उठाई देश की जनता ने एक झटके में उसके उत्पादों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया। हेनरी बाजार व्यवसायिक संघ के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा का कहना है कि चीन की नीच हरकत को देखते हुए उसके उत्पादों का उपयोग देश के साथ धोखा है। चाइनीज सामानों के बहिष्कार से एक नए भारत का उदय होगा। समाजसेवी सेराजुल का कहना है कि चीनी वस्तुओं का बहिष्कार काफी पहले हो जाना चाहिए था। आज सभी लोग इसका विरोध व स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं। स्वाभिमान के साथ स्वरोजगार की भावना हीं हमें आत्मनिर्भर बना सकती है। शांति समिति का प्रवक्ता बिटी शर्मा का कहना है कि सिर्फ चाइनीज वस्तुओं के बहिष्कार से काम नहीं चलेगा, बल्कि उसका हर स्तर पर मुहं तोड़ जवाब देना होगा, क्योंकि वह हर समय भारत के साथ गद्दारी करते हुए पीठ में छूरा भोंकने का प्रयास करता है। सरकार को भी चाहिए कि पूरे हौंसले के साथ चीन से सारे व्यापारिक व सामरिक संबंध खत्म करें, ताकि सरकार के कार्य के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ सके। मोतिहारी के छात्र नेता दिव्यांश शेखर ने कहा कि चीन कभी भारत का सहयोगी नहीं रहा, इसलिए उसके उत्पादों का बहिष्कार कर चीन की कमर तोड़नी जरूरी है। इससे देश में स्वदेशी भावों को जमीन मिलेगी और इससे हमारा स्वाभिमान व अर्थव्यवस्था दोनों मजबूत होगा।
केविवि के गांधियन पीस स्टडी•ा की छात्रा रिकू कुमारी का कहना है कि चीनी वस्तुओं का बहिष्कार काफी पहले हो जाना चाहिए था। आज सभी लोग इसका विरोध व स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं। स्वाभिमान के साथ स्वरोजगार की भावना हीं हमें आत्मनिर्भर बना सकती है।