डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के तीन कर्मियों के वेतन पर लगाई रोक

स्वास्थ्य विभाग में मनमानी किस हद तक हावी है इसकी चर्चा आयेदिन होती रहती है। मंगलवार को भी एक मामला सामने आया जिसमें स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा एक कर्मी करीब एक वर्ष से अनपुस्थित पाया गया। उसके विरूद्ध विभागीय स्तर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 01:34 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 01:34 AM (IST)
डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के तीन  कर्मियों के वेतन पर लगाई रोक
डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के तीन कर्मियों के वेतन पर लगाई रोक

मोतिहारी । स्वास्थ्य विभाग में मनमानी किस हद तक हावी है, इसकी चर्चा आयेदिन होती रहती है। मंगलवार को भी एक मामला सामने आया जिसमें स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा एक कर्मी करीब एक वर्ष से अनपुस्थित पाया गया। उसके विरूद्ध विभागीय स्तर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। चौंकाने वाली बात यह है कि पीएचसी बनकटवा में पदस्थापित अशोक कुमार नाम के उस कर्मी के अनुपस्थित रहने को लेकर संबंधित पीएचसी प्रभारी द्वारा सिविल सर्जन कार्यालय को कई बार इसकी सूचना दी गई थी। बावजूद इसके अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। इसी बीच बनकटवा के प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा सूचित किए जाने के बाद जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटवा के प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी अशोक कुमार का वेतन स्थगित कर दिया। इस मामले में सिविल सर्जन कार्यालय के प्रभारी स्थापना लिपिक तथा प्रधान लिपिक से डीएम ने जवाब तलब करते हुए तत्काल प्रभाव से उनका वेतन भी स्थगित कर दिया है। बीडीओ बनकटवा द्वारा जिलाधिकारी को सूचित किया गया है कि अशोक कुमार प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटवा पिछले एक वर्ष से कार्यस्थल पर अनुपस्थिति हैं। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बनकटवा द्वारा इनकी अनुपस्थिति के संदर्भ में सिविल सर्जन को कई बार सूचना दी गई है। परंतु उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। उक्त कर्मी की अनुपस्थिति के कारण एईएस-जेई की सतत निगरानी तथा कोरोना टीकाकरण का कार्य काफी प्रभावित हुआ है। इसकी सूचना सिविल सर्जन कार्यालय के प्रभारी स्थापना लिपिक तथा प्रधान लिपिक को होने के बाद भी उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई नहीं की गई है। जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन कार्यालय के प्रभारी स्थापना लिपिक तथा प्रधान लिपिक के साथ साथ अशोक कुमार प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी से स्पष्टीकरण मांगते हुए अपने मन्तव्य के साथ प्रतिवेदन देने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया है। डीएम ने तत्काल प्रभाव से सभी कर्मियों का वेतन स्थगित कर दिया है। एलपीजी गोदामों का लिया जायजा, दिए सुरक्षा के टिप्स जिला अग्निशमन पदाधिकारी एवं उनके सहयोगियों द्वारा एलपीजी गोदाम का अग्नि सुरक्षा ²ष्टिकोण से फायर ऑडिट एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान गैस गोदामों में पाये गये कमियों का निराकरण एक पखवारे के अंदर करने का निर्देश दिया गया। यह अभियान जिले के सभी अनुमंडल अन्तर्गत अग्निशमन पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में भी चलाया गया। अग्निशामालय रक्सौल पदाधिकारी व कर्मियों द्वारा गैस एजेंसी भानुनाथ इंडेन ग्रामीण वितरक लक्ष्मीपुर एवं ललिता इंटरप्राइजेज कौडिहार में फायर ऑडिट किया गया। इस दौरान अग्नि सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश भी दिया गया। अग्निशमन कार्यालय अरेराज के पदाधिकारी व कर्मियों द्वारा विभिन्न एलपीजी गैस गोदाम का फायर ऑडिट किया गया। वहीं अग्निशमन कार्यालय पकड़ीदयाल के अधिकारी व कर्मियों द्वारा चोरमा स्थित गैस गोदाम में अग्नि से सुरक्षा संबंधित जानकारी दी गई। वहीं अग्निशामालय मोतिहारी के पदाधिकारी व कर्मियों द्वारा कोविड-19 गाइड लाइन का अनुपालन करते हुए रंजन एचपी गैस एजेंसी, शकुंतला गैस एजेंसी, मां शांति इंडेन गैस एजेंसी का अग्नि से सुरक्षा हेतु लिफलेट पम्पलेट एवं आग बुझाने के विभिन्न तरीका को बताया गया। विदित हो कि अग्नि सुरक्षा सप्ताह 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक चलने वाले कार्यक्रम राज्य अग्निशमन मुख्यालय बिहार, पटना द्वारा निर्धारित किया गया है।

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