हरदिया-रतनपुर सड़क जर्जर, लोगों में आक्रोश

सरकार रोड मैप तैयार कर गांवों में सड़कों का जाल बिछा रही है। लेकिन प्रखंड क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग से रतनपुर- हरदिया गांव जाने वाली अतिमहत्वपूर्ण यह सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 01:17 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 01:17 AM (IST)
हरदिया-रतनपुर सड़क जर्जर, लोगों में आक्रोश
हरदिया-रतनपुर सड़क जर्जर, लोगों में आक्रोश

रक्सौल । सरकार रोड मैप तैयार कर गांवों में सड़कों का जाल बिछा रही है। लेकिन, प्रखंड क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग से रतनपुर- हरदिया गांव जाने वाली अतिमहत्वपूर्ण यह सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है। इस जर्जर सड़क का हाल यह है कि बरसात के दिनों में दो फुट तक पानी रहता है। शेष दिनों में धूल उड़ती रहती है। ब्रिटिश हुकूमत की तीन किलोमीटर की यह सड़क महत्वपूर्ण सड़क रक्सौल प्रखंड को आदापुर प्रखंड को भी जोड़ती है। यह सड़क इतनी जर्जर हो चुकी है कि इसपर जगह-जगह गड्ढे बने हैं। वाहनों के गुजरने पर यहां दिन में ही रात जैसा नजारा देखने को मिलता है। जो धूल से भरे रहते है। इस सड़क से छात्र-छात्राओं को विद्यालय जाने आने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसको लेकर लोगों में आक्रोश देखा जाता है। कहते हैं लोग पैक्स अध्यक्ष ब्रजभूषण पाण्डेय,पूर्व मुखिया अजीजुल रहमान, मुखिया शंभू साह सहित पंचायत वासियों का कहना है कि यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है। इस पंचायत की सबसे लंबी व महत्वपूर्ण सड़क है। यह जर्जर सड़क आए दिन दुर्घटना को आमंत्रित करती है। कई महीनों से सुनने में आ रहा है कि यह सड़क बनने वाली है। लेकिन, अभी तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है। इस सड़क निर्माण कार्य को लेकर निविदा प्रकिया अंतिम चरण में है। निविदा प्रक्रिया पूरा होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। -- दरभंगी राम, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, रक्सौल

पदस्थापन विवरणी को अभिप्रमाणित कर एक सप्ताह के अंदर भेजने का निर्देश

आदापुर : जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजकर उन सभी विद्यालयों की पदस्थापना विवरणी की मांग की है। जहां उनके द्वारा विभागीय पत्र के आलोक में वरीय शिक्षक को प्रधानाध्यापक का प्रभार कनीय द्वारा सौंपने की बात कहीं गयी थी। कार्यक्रम पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि एक सप्ताह के अंदर सभी विद्यालयों के पदस्थापना विवरणी को अभिप्रमाणित कर कार्यालय को दे। जिससे कि अग्रतर कार्रवाइ जा सके। यहां बता दें कि 8 फरवरी 21 को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हरेराम सिंह ने विभागीय आदेश के आलोक में प्रखंड के 32 प्राथमिक व उत्क्रमित मध्य विद्यालयों के वर्तमान प्रधानाध्यापक को पत्र भेजकर आदेश दिया था कि अपने से वरीय व घोषित प्रधानाध्यापक को एक सप्ताह के अंदर सभी प्रकार के प्रभार सौंप दें। जिसको लेकर बीईओ के प्रति दो शिक्षक संघों ने विरोध जताते हुए नाराजगी जताई। बल्कि उनके आदेश को निरस्त करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया था। वहीं घोषित प्रधानाध्यापक शिक्षक संघ ने इसका समर्थन किया था।

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