नर्सिग होम सहित आधा दर्जन अल्ट्रासाउंड केंद्रों की हुई जांच

अवैध रूप से संचालित तथा मानकों का पालन नहीं करने वाले चिकित्सा केंद्रों की अब खैर नहीं। उनके विरूद्ध कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कदम उठाया है। इस क्रम में शुक्रवार को सिविल सर्जन के आदेश पर मेडिकल टीम ने सुगौली रामगढ़वा एवं हरसिद्धि के धवही में नर्सिंग होम सहित आधे दर्जन अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Nov 2019 12:28 AM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 12:28 AM (IST)
नर्सिग होम सहित आधा दर्जन अल्ट्रासाउंड केंद्रों की हुई जांच
नर्सिग होम सहित आधा दर्जन अल्ट्रासाउंड केंद्रों की हुई जांच

मोतिहारी । अवैध रूप से संचालित तथा मानकों का पालन नहीं करने वाले चिकित्सा केंद्रों की अब खैर नहीं। उनके विरूद्ध कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कदम उठाया है। इस क्रम में शुक्रवार को सिविल सर्जन के आदेश पर मेडिकल टीम ने सुगौली, रामगढ़वा एवं हरसिद्धि के धवही में नर्सिंग होम सहित आधे दर्जन अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच की। जांच के दौरान संचालन से संबंधित कागजात की जांच की गई। साथ ही यह भी देखा गया कि नर्सिंग होम या अल्ट्रासाउंड केंद्रों के संचालन में मानकों का पालन किया जा रहा है या नहीं। टीम में डॉ. सुनील कुमार, डॉ. मनीष कुमार एवं अर्पण कुमार शामिल थे। जांच के संबंध में डॉ. सुनील ने बताया कि सुगौली स्थिति डॉ. निकहत परवीन के नर्सिग होम की भी जांच की गई। जांच में कई तरह की त्रुटियां पाई गई हैं। मानकों का भी पालन अपेक्षित स्तर का नहीं मिला। सभी तरह के कागजात भी उपलब्ध नहीं कराए गए। वहीं, सुगौली में तीन एवं रामगढ़वा में दो अल्ट्रासाउंड केंद्रों की भी जांच की गई। यहां भी नियमों की अनदेखी सामने आई है। इस क्रम में हरसिद्धि के धवही में भी एक चिकित्सा केंद्र की जांच की गई। संचालकों को संबंधित कागजात सिविल सर्जन कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा गया। साथ ही जांच प्रतिवेदन सीएस को दिया जाएगा। प्रतिवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। यहां बता दें कि अवैध रूप से चिकित्सा केंद्रों के संचालन की बात प्राय: सामने आती रही है। मानकों के पालन पर भी सवाल उठते रहे हैं। कचरा निस्तारण की व्यवस्था में भी निर्देशों का पालन नहीं होता है। ऐसी स्थिति में पूर्व में भी कई चरण की जांच हो चुकी। मोतिहारी के करीब आधे दर्जन से अधिक जांच घरों एवं चिकित्सा केंद्रों को सील किया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई से अवैध संचालकों में हड़कंप है।

chat bot
आपका साथी