सुरक्षित प्रसव के लिए बाढ़ प्रभावित इलाके की गर्भवतियों का डाटा तैयार
बेतिया। सुरक्षित प्रसव पर बाढ़ का साया नहीं पड़ेगा। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रही गर्भवती
बेतिया। सुरक्षित प्रसव पर बाढ़ का साया नहीं पड़ेगा। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रही गर्भवती को हर सुविधा मिलेगी। इसके लिए विभाग ने लाइन लिस्टिग की है। बाढ़ प्रभावित 10 प्रखंडों के करीब 950 डाटा तैयार किया गया है। आशा एवं आशा डीसीएम के माध्यम से तैयार डाटा में लाभार्थी से जुड़ी हर जानकारी शेयर की गई है। इसमें पता,डिलीवरी का समय और मोबाइल नंबर तक अंकित है। आशा एवं एएनएम के माध्यम से हार्दिक उक्त लाभार्थी की मॉनिटरिग भी की जा रही है। बताया जा रहा है कि 15 जून से लेकर 15 अक्टूबर के बीच बच्चे को जन्म देने वाली एक एक गर्भवती की लाइन लिस्टिग बना ली गई है।
---------
इनसेट
स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचाएगी अस्पताल
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती को स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पताल पहुंचाएगी। यहां उन्हें सुरक्षित प्रसव के लिए हर सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा लगातार मॉनिटरिग की जा रही है। डेट वाइज सभी लाभार्थी का स्वास्थ्य परीक्षण एवं अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। समय पर उन्हें अस्पताल लाया जाएगा और सुरक्षित प्रसव कराया जाएगा।
-----------
इनसेट
जिले में नहीं है डिलीवरी हट, एनडीआरएफ के टीम ककी ली जाएगी मदद
जिले में डिलीवरी हट नहीं है। दियरा एवं अधिक बाढ़ वाले क्षेत्रों के गर्भवती को अस्पताल पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ के टीम की मदद ली जाएगी। इसके लिए स्वास्थ विभाग द्वारा पहले से ही रूट चार्ट तैयार कर लिया गया है। गर्भवती की लाइन लिस्टिग के साथ-साथ पूर्व प्लानिग भी की गई है। बाढ़ से घिरे गांवों के गर्भवती को अस्पताल कैसे लाया जाएगा और उन्हें सुरक्षित प्रसव का लाभ कैसे मिलेगा इसके लिए हरेक बिदुओं पर फोकस किया जा रहा है।
---------
इनसेट
कहाँ कितने गर्भवती
प्रखंड ---- संख्या
बगहा एक --- 129
बगहा दो ---- 34
पिपरासी-----14
चनपटिया -----162
सिकटा----334
मझौलिया ----34
बैरिया----20
नौतन----37
ठकराहा ----65
मैनाटाड ----122
----
इनसेट बयान :
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षित प्रसव पर बाढ़ का असर नहीं होगा। जिलाधिकारी एवं वरीय अधिकारियों के निर्देश पर आस्था के माध्यम से एक एक गर्भवती का डाटा आशा के माध्यम से तैयार कर लिया गया है।
राजेश कुमार
डीसीएम
जिला स्वास्थ्य समिति, बेतिया
-----------
संभावित बाढ़ एवं महामारी को लेकर माइक्रो प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत बाढ़ प्रभावित 10 प्रखंडों के सभी गांव के गर्भवती की सूची तैयार की गई है। लगातार उनकी देखभाल भी की जा रही है। दियरा एवं अधिक बाढ़ वाले क्षेत्रों से गर्भवती को अस्पताल तक लाने में एनडीआरएफ की मदद ली जाएगी।
डॉ अरुण कुमार सिन्हा
सिविल सर्जन
बेतिया