आखिरकार तोड़नी पड़ी निजी जमीन पर बनी चाहारदीवारी

मोतिहारी । आखिरकार निजी जमीन में संवेदक द्वारा खड़ी की गई चहारदीवारी को लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के आदेश बाद तो तोड़ दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:15 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:15 PM (IST)
आखिरकार तोड़नी पड़ी निजी जमीन पर बनी चाहारदीवारी
आखिरकार तोड़नी पड़ी निजी जमीन पर बनी चाहारदीवारी

मोतिहारी । आखिरकार निजी जमीन में संवेदक द्वारा खड़ी की गई चहारदीवारी को लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के आदेश बाद तो तोड़ दिया गया। गौरतलब हो कि यह मामला दैनिक जागरण द्वारा जोर-शोर से उठाया गया था। इसको लेकर 13 व 25 नवम्बर को दैनिक जागरण ने विस्तृत खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद यह मामला इलाके में चर्चा का विषय बन गया था। यह मामला पहले थाना पहुंचा फिर अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी तक पहुंच गया है। इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी लखिन्द्र पासवान ने अंचलाधिकारी को संग्रामपुर सरकारी अस्पताल में निर्माणाधीन चहारदीवारी की भूमि पैमाइश कराकर नियमसंगत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यहां बता दें कि इस मामले को लेकर भूस्वामी परमात्मा पांडेय ने उस समय थाने में एक आवेदन देकर इसकी शिकायत की थी। पुलिस प्रशासन द्वारा मामले में कार्रवाई होते नहीं देख श्री पाण्डेय ने इसको लेकर लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अरेराज के न्यायालय में परिवाद पत्र दायर किया। उन्होंने बताया कि संग्रामपुर अस्पताल के बगल में उनकी निजी जमीन हैं। उसपर एक महिला संवेदक द्वारा गलत ढंग से निजी जमीन पर अस्पताल की चहारदीवारी का निर्माण करा दी गई। शुरुआती दौर में उनके द्वारा उक्त संवेदक से मिलकर भूमि की पैमाइश करवा चहारदीवारी निर्माण करने की गुहार लगाई गई थी। लेकिन महिला संवेदक ने उनको धमकी देते हुए अपशब्दो का प्रयोग करते हुए जोर जबरदस्ती से निजी जमीन में ही चहारदीवारी निर्माण करा दी। पुलिस को भी इस पर रोक लगाने की गुहार लगाते हुए आवेदन दिया था। मगर, पुलिस ने एक राजनेता के प्रभाव में आकर कोई कार्रवाई नही कर पाई। थक हार कर उनको न्यायालय में आना पड़ा। सूत्रों का कहना है कि संवेदक ने जानबुझकर एक तरफ सरकारी अस्पताल की जमीन को छोड़कर दूसरी तरफ निजी जमीन में चहारदीवारी का निर्माण करा दिया था।

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