नई तकनीक की वैज्ञानिक विधि से खेती से किसान पाएंगे बेहतर उत्पादन : डीएओ

जिला कृषि कार्यालय परिसर स्थित आत्मा सभागार में शुक्रवार को कृषक-वैज्ञानिक वार्तालाप का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी सह आत्मा परियोजना निदेशक चंद्रदेव प्रसाद ने कहा कि उर्वरक बिक्री जीरो टॉलरेंस नीति के तहत किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 12:17 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 12:17 AM (IST)
नई तकनीक की वैज्ञानिक विधि से खेती से किसान पाएंगे बेहतर उत्पादन : डीएओ
नई तकनीक की वैज्ञानिक विधि से खेती से किसान पाएंगे बेहतर उत्पादन : डीएओ

मोतिहारी । जिला कृषि कार्यालय परिसर स्थित आत्मा सभागार में शुक्रवार को कृषक-वैज्ञानिक वार्तालाप का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी सह आत्मा परियोजना निदेशक चंद्रदेव प्रसाद ने कहा कि उर्वरक बिक्री जीरो टॉलरेंस नीति के तहत किया जा रहा है। सहायक निदेशक उद्यान ने बताया कि किसान प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के तहत लाभ लेकर उत्पादन बढ़ा सकते हैं। इन योजनाओं में किसानों को 90 प्रतिशत तक अनुदान का प्रावधान है। वहीं सहायक निदेशक पौधा संरक्षक ने बताया कि वर्तमान समय में धान में ऊपर की तरफ से पत्तियां लाल हो रही हैं, जो वैक्टॉरियल लिफलाइट है। इसके उपचार के लिए स्ट्राप्टोसाकिलिन का 50 ग्राम प्रति हेक्टेयर या एक ग्राम प्रति दस लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करने की सलाह दी। साथ ही बीमारी ठीक होने तक यूरिया का उपयोग नहीं करें। वहीं जिस धान के पौधा में तनाछेदक लगा हुआ है और बालिया निकल रही है के लिए कॉटंप फोर जी का प्रयोग करने और जहां 50 प्रतिशत बालियां निकल चुकी है में इमिडा क्लोरोपिड 70 प्रतिशत डब्लूडीजी का दो ग्राम प्रति 15 लीटर की टंकी में घोलकर स्टीकर के साथ छिड़काव करें। वही जो धान 10-15 दिनों में कटने वाली है उसमें छिड़काव नहीं करने की बात कही। वरीय वैज्ञानिक डॉ. टीपी महतो ने गन्ना की खेती व लीची बाग प्रबंधन पर जानकारी दी। परिचर्चा के क्रम में मेहसी में शीप की खेती कर रहे कृष्णा कुमार ने खेती का प्रमोशन प्रस्तुत किया। मौके पर उप परियोजना निदेशक आत्मा के डॉ. धीर प्रकाश धीर, प्रशांत कुमार, सुजीत कुमार, कृष्णा कुमार, महेंद्र सिंह, धनंजय कुमार चौरसिया, सौरभ कुमार, विश्वनाथ कुमार सहित विभिन्न प्रखंडों के किसान मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी