कोटवा गरीबनाथ मंदिर में उमड़ी शिव भक्तों की भीड़

मोतिहारी। कोटवा प्रखंड मुख्यालय देवी माई परिसर स्थित गरीबनाथ मंदिर में सरकार के गाइडलाइन क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 12:05 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 12:05 AM (IST)
कोटवा गरीबनाथ मंदिर में उमड़ी शिव भक्तों की भीड़
कोटवा गरीबनाथ मंदिर में उमड़ी शिव भक्तों की भीड़

मोतिहारी। कोटवा प्रखंड मुख्यालय देवी माई परिसर स्थित गरीबनाथ मंदिर में सरकार के गाइडलाइन को दरकिनार करते हुए सावन की पहली सोमवारी को शिव भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। सरकारी आदेश में बंद मंदिर के दरवाजे पर ही शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया। वैसे तो प्रखण्ड क्षेत्र के विभिन्न गांवों के मंदिरों में भी भक्तों ने बाबा भोलेनाथ मंदिर पर जलाभिषेक किया। सोमवारी को जल चढ़ाने को लेकर खासा उत्साह दिखा। कन्याएं व महिलाएं काफी उत्साहित थी। सोमवार को अहले सुबह से ही जल लेकर महिलाएं एवं पुरुष ने बाबा गरीबनाथ पर जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालु घर से शिवमंदिर के लिए निकल पड़े थे। बाबा भोलेनाथ पर जल चढ़ाने के बाद ही श्रद्धालुओं ने अन्न-जल ग्रहण किया। शिव मंदिरो में बाबा भोलेनाथ पर जल चढ़ाने की प्रक्रिया सुबह से शाम तक चलता रहा।वही प्रसिद्ध गरीबनाथ मंदिर का कपाट बन्द होने के बावजूद श्रदालुओ का आस्था कोरोना पर भारी पड़ा। श्रद्धालु मंदिर के बाहर ही गेट पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चन की। सुबह से ही श्रदालुओ की लम्बी कतार लग गई थी। इधर मंदिर परिसर में भीड़ न लगे। इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा पुलिस के जवानों को तैनात भी किया गया था। शिव मंदिर के पुजारी चंद्रिका भगत ने बताया कि श्रावण माह में शिवालय का विषेश महत्व है। शिव पूजा के लिए अत्यंत फलदायी माने जाने वाले इस माह में सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा का महत्त्व है। आज श्रावण का पहला सोमवार है। भगवान शिव को श्रावण का महीना बेहद प्रिय है। जिसमें वह अपने भक्तों पर अतिशय कृपा बरसाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस महीने में खासकर सोमवार के दिन व्रत उपवास और पूजा पाठ, रुद्राभिषेक, जाप इत्यादि का विशेष लाभ होता है। सनातन धर्म में यह महीना बेहद पवित्र माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार सोमवार हिमांशु यानि चंद्रमा का ही दिन है। स्थूल रूप में अभिलक्षण विधि से भी यदि देखा जाए तो चन्द्रमा की पूजा भी स्वयं भगवान शिव की पूजा से प्राप्त हो जाती है।

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