सूबे में रबी उत्पादन में जिले की होगी महत्वपूर्ण भागीदारी : डीएम

मोतिहारी । लगातार रबी या गरमा मौसम निर्धारित लक्ष्य से अधिक उपज से प्रोत्साहित बिहार सरकार ने नया लक्ष्य निर्धारित किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:50 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:50 PM (IST)
सूबे में रबी उत्पादन में जिले की होगी महत्वपूर्ण भागीदारी : डीएम
सूबे में रबी उत्पादन में जिले की होगी महत्वपूर्ण भागीदारी : डीएम

मोतिहारी । लगातार रबी या गरमा मौसम निर्धारित लक्ष्य से अधिक उपज से प्रोत्साहित बिहार सरकार ने नया लक्ष्य निर्धारित किया है। कृषि मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक नए गेहूं के लिए उत्पादन लक्ष्य में मामूली बढोत्तरी की गई है। वहीं तिलहन और दलहन पर ज्यादा जोर दिया गया है। रबी-गरमा मौसम 2021-22 में 45.10 लाख हेक्टेयर में खाद्यान्न फसलों की खेती से 153.35 लाख मैट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गेहूं फसल के लिए 23 लाख हेक्टेयर में खेती से कुल 72 लाख मैट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसमें पूर्वी चंपारण जिले की भूमि अहम होगी। उक्त बातें जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने गुरुवार को नगर भवन के सभागार में जिलास्तरीय रबी माहेत्सव सह प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही। इसके पूर्व जिलाधिकारी सहित आगत अतिथियों को महोगनी का पौधा देकर सम्मानित किया गया। वही जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना अंतर्गत गेहूं आधार बीज 524 क्विटल का लक्ष्य जिला को प्राप्त हुआ है। जिसमें प्रत्येक राजस्व ग्राम से दो किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान पर अधिकतम 20 किलोग्राम दिया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य बीज उत्पादन करना है। वही बीज ग्राम योजना अंतर्गत 50 प्रतिशत अनुदान पर 100 किसानों को अधिकतम 40 किलोग्राम उपलब्ध कराया जाएगा। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन चावल अंतर्गत फसल पद्धति आधारित जीरो टिलेज गेहूं प्रत्यक्षण में 243 एकड़ का लक्ष्य जिला को प्राप्त है, जिसमें किसानों को 2400 रुपये प्रति प्रत्यक्षण अनुदान दिया जाएगा। राष्ट्रीय खाद सुरक्षा मिशन दलहन अंतर्गत मसूर प्रत्यक्षण में 108 एकड़ का लक्ष्य प्राप्त है, जिसमें किसानों को प्रति एकड़ 3600 रुपया प्रत्यक्षण अनुदान दिया जाएगा। बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत 696954 किसानों द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया गया है। जिसमें 494880 किसानों के बीच छह अरब 17 करोड़ 34 लाख 22 हजार राशि का भुगतान किया गया है। वही कृषि यंत्रीकरण योजना अंतर्गत वर्ष 2021-22 अंतर्गत कुल 17 प्रकार के यंत्रों पर अनुदान दे होगा। जिसमें मुख्यत: थ्रेसर, पैडी थ्रेसर, चेफ कटर इंजन चालित, पंप सेटर, रोटावेटर इत्यादि शामिल है। मौके पर उप निदेशक (शष्य) प्रक्षेत्र-सह-प्रभारी पदाधिकारी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन कृष्ण बिहारी, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण, सहायक निदेशक रसायन, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण आकांक्षा, सहायक निदेश उद्यान, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आशिष राय, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक व किसान सलाहकार सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।

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