नकली पीसीआर पर यात्रा करनेवाले 172 यात्रियों की यात्रा पर रोक
रक्सौल। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में कोरोना संक्रमण जांच का नकली पीसीआर रिपोर्ट का खेल सामने
रक्सौल। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में कोरोना संक्रमण जांच का नकली पीसीआर रिपोर्ट का खेल सामने आया है। इस खेल में अंतरराष्ट्रीय गिरोह सक्रिय है। नकली पीसीआर रिपोर्ट सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने विशेष सतर्कता का निर्देश दिया है। रक्सौल के रास्ते नेपाल आने-जाने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों पर कोरोना जांच और उसके रिपोर्ट की गहन जांच का आदेश दिया गया है। पीसीआर रिपोर्ट को लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों और स्वस्थ्यकर्मियो की बेचैनी तब बढ़ गई जब नेपाल के राजधानी काठमांडू अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर विभिन्न देशों के लिए उड़ान को तैयार विमानों से 172 यात्रियों के नकली पीसीआर रिपोर्ट के साथ यात्रा से रोक लगा दी है। काठमांडू एयरपोर्ट विमान स्थल प्रबंधक प्रतापबाबू तिवारी ने बताया कि नकली पीसीआर रिपोर्ट के साथ नेपाली, पाकिस्तानी और भारतीय नागरिकों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि बोर्डिंग पास लेकर प्रवेश कर रहे सलाम एयर से 32, जजीरा 36 औऱ अरेबिया 54 कुल 122 यात्रियों डिपार्चर हॉल से हिरासत में लिया गया। इसमें 72 नेपाली नागरिक 49 भारतीय और दो पाकिस्तानी नागरिक शामिल हैं। इधर एयरपोर्ट हेल्थ डेक्स ने आवश्यक कागजात की जांच के दौरान 29 नेपाली, 19 भारतीय व दो पाकिस्तानी यानि कुल 50 यात्रियों को हिरासत में लिया गया है। विमान स्थल प्रबंधक श्री तिवारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी जिसमें फर्जी कागजात के आधार पर विदेश जाने वाले यात्रियों के संबंध में जानकारी मिली थी। जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच किया गया। इस दौरान कोरोना संक्रमण जांच का पीसीआर रिपोर्ट फर्जी पाया गया है। बताया कि पूछताछ में जानकारी मिली है कि नकली पीसीआर रिपोर्ट तैयार करने वाला अंतरराष्ट्रीय गिरोह सक्रिय है। नकली पीसीआर रिपोर्ट के धंधेबाज प्रति रिपोर्ट नौ हजार रुपया वसूल करते है। इसकी खबर मिलते ही स्वास्थ्य महकमा और सुरक्षा एजेंसियो में हड़कंप मचा हुआ है। रक्सौल एसडीओ आरती कुमारी ने बताया फिलहाल सीमावर्ती रक्सौल अनुमंडल क्षेत्र में इस तरह की कोई फर्जी रिपोर्ट की सूचना नहीं है। नेपाल में फर्जी रिपोर्ट की बात पत्र-पत्रिकाओं और सोशल मीडिया से जानकारी मिली है. रक्सौल प्रशासन इसको लेकर अलर्ट है। फर्जी पीसीआर रिपोर्ट तैयार करने वाले लोगों पर पैनी नजर है।