अब नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी, बना स्टॉक प्वॉइंट

रक्सौल। रक्सौल में अब ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं होगी।प्रक्रिया के तहत ऑक्सीजन स्टॉक प्वा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 12:11 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 12:11 AM (IST)
अब नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी, बना स्टॉक प्वॉइंट
अब नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी, बना स्टॉक प्वॉइंट

रक्सौल। रक्सौल में अब ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं होगी।प्रक्रिया के तहत ऑक्सीजन स्टॉक प्वॉइंट बनाया गया हैद्य इसके अलावा दवाओं का भी स्टॉक रहेगाद्य शहर के हजारीमल उच्च विद्यालय में संचालित कोविड सेंटर में दवाओं के साथ-साथ ऑक्सीजन स्टॉक प्वॉइंट बनाया हैद्य पूर्वी चंपारण के रक्सौल शहर में ऑक्सीजन सिलेंडर की किसी प्रकार की कमी नहीं हो इसके लिए स्थानीय विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा उर्फ कुशवाहाजी और अनुमंडल प्रशासन ने जिलाधिकारी को सुझाव दिया था। इसे जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने गंभीरता से लिया और इस विशेष पहल पर उन्होंने मुहर लगा दी। स्थानीय प्रशासन ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए दवाओं के साथ-साथ ऑक्सीजन सिलेंडर का भारी स्टॉक प्वॉइंट बनाया है। इसकी जानकारी कार्यपालक दंडाधिकारी संतोष कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों ऑक्सीजन की कमी की नोटिस एसआरपी हॉस्पिटल ने चस्पा दिया था। ऑक्सीजन कमी को लेकर मरीजों को रेफर करने की बात सामने आने से अफरातफरी मच गई थी। ऐसी स्थिति दुबारा उत्पन्न नहीं हो इसके लिए प्रशासन ने

दिल्ली-काठमांडू को जोड़ने वाले मुख्य पथ पर स्थित हजारीमल उच्च विद्यालय में संचालित 30 बेड के कोविड सेंटर में ऑक्सीजन सिलेंडर का स्टॉक प्वॉइंट बनाया है। उक्त स्थल पर आपात स्थिति से निपटने के लिए 30 बड़ा ऑक्सीजन सिलेंडर भंडारित किया गया। रक्सौल डंकन अस्पताल, एसआरपी हॉस्पिटल और अस्थाई कोविड सेंटर में आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति किया जा सकेगी। अनुमंडल के कोविड सेंटरों में भी आवश्यकता के अनुसार होगी आपूर्ति रक्सौल में ऑक्सीजन स्टॉक प्वॉइंट बनाने से अनुमंडल क्षेत्र के कोविड सेंटरों को भी इसका लाभ मिलेगाद्य आवश्यकता होने पर अनुमंडल के रक्सौल, रामगढ़वा, आदापुर, छौड़ादानो आदि प्रखंडो में संचालित कोविड सेंटरों को आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन एक घंटे के अंदर ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति करने की व्यवस्था की है। यहां बता दे कि रक्सौल डंकन अस्पताल में पूर्व से ऑक्सीजन प्लांट है। जिससे निर्बाध गति से चौबीस घंटे एक केवीए विद्युत आपूर्ति की आवश्यकता है। जिससे 24 घंटे में 30 सिलेंडर उत्पादन होगा। फिलहाल जिलाधिकारी के निर्देश पर अस्थाई तौर पर विद्युत आपूर्ति हो रही है। इस दौरान आपूर्ति रुकावट से थोड़ी समस्या आ रही है। इसके लिए रेलवे को आपूर्ति हो रही विद्युत व्यवस्था से जोड़ने की पहल पिछले एक सप्ताह से चल रही है।

chat bot
आपका साथी