परिवार के सदस्य की तरह मरीजों की सेवा करतीं नर्स
रक्सौल। व्यक्ति का कर्म उसके अंदर छुपी मनोभावना को प्रदर्शित करता है। अपने ऊपर लाख सितम हो
रक्सौल। व्यक्ति का कर्म उसके अंदर छुपी मनोभावना को प्रदर्शित करता है। अपने ऊपर लाख सितम हो फिरभी दूसरों की सेवा को प्राथमिकता देकर नर्स कार्य करती हैं। खासकर इस कोरोना महामारी में नर्सों द्वारा की दी जा रही सेवाएं काबिले तारीफ है। महामारी के संक्रमण से जो स्थिति सामने उभरकर आ रही है, वह सब लोग देख रहे है। लेकिन हमारे अस्पताल की नर्स जो दिनरात अपनी सेवा देकर लोगों को ठीक कर रही है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 18 एएनएम एवं 25 जीएनएम कार्यरत हैं। इस परिसर में अनुमंडलीय अस्पताल का निर्माण कार्य चल रहा है। यहां भी जल्द ही सेवाएं शुरू हो, इसके लिए निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसको लेकर सरकार द्वारा फिलहाल 25 नर्सों को पदस्थापित कर दिया गया है। इनमें आठ प्रतिदिन सरकार द्वारा चलाए जा रहे वैक्सीनेशन कार्य में शामिल हो रही हैं। वहीं छह जीएनएम मुख्य पथ स्थित हजारीमल हाई स्कूल में अस्थायी कोविड अस्पताल में अपनी सेवा दे रही हैं। जहां कोरोना पॉजिटिव लोगों को इलाज चल रहा है। चिकित्सक बताते है कि मरीजों के इलाज में नर्सों की अहम भूमिका होती है। समय से दवा देना, उनके ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेवल देखना, आदि अनेक कार्य है। जिनके आधार पर हमलोग मरीजों की स्थिति को समझते है।
चिकित्सक मरीज को दवा बता देते हैं, लेकिन उस दवा को समय-समय पर देने का कार्य नर्स करती हैं। इस संबंध में जब पीएचसी के नर्सों से बात हुई तो बताया कि हमलोग मरीजों को अपने परिवार का समझ सेवा देते हैं। उन्हें जब अपनेपन का एहसास होता है तब दवा तेजी से काम करता है। मन उनका हल्का रहता है। खासकर इस महामारी के दौर में लोगों को दवा की कम सेवा की अधिक जरुरत है। फिर भी हमलोग बेहिचक होकर मरीजों का इलाज कर रहे है।