पत्रकारिता के सैद्धांतिक व व्यावहारिक पक्षों में तालमेल जरूरी : कुलपति

मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा पत्रकारिता में विश्वसनीयता का संकट विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Nov 2019 11:07 PM (IST) Updated:Sat, 16 Nov 2019 06:17 AM (IST)
पत्रकारिता के सैद्धांतिक व व्यावहारिक पक्षों में तालमेल जरूरी : कुलपति
पत्रकारिता के सैद्धांतिक व व्यावहारिक पक्षों में तालमेल जरूरी : कुलपति

मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा 'पत्रकारिता में विश्वसनीयता का संकट' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता के सैद्धान्तिक एवं व्यावहारिक पक्षों के बीच तालमेल होना आवश्यक हैं। पत्रकारिता जनोन्मुख और सर्वग्राह्य हो यह जरूरी हैं। प्रो. शर्मा ने कहा कि आपातकाल के समय भी पत्रकारों ने प्रतिकूल परिस्थितियों में धैर्य नहीं खोया और गरिमा बनाए रखा। प्रति कुलपति प्रो. अनिल कुमार राय ने कहा कि पत्रकारिता सेवा भाव से किया जाना चाहिए जो जन आकांक्षाओं के अनुकूल हो। प्रो. अरुण कुमार भगत ने कहा कि पत्रकारिता सत्यम सुंदरम जैसा होना चाहिए। वरीय पत्रकार लव कुमार मिश्र ने कहा कि पत्रकारों को वाणी पर संयम रखते हुए दिमाग को खुला रखकर पत्रकारिता करने की जरूरत है। पत्रकार ज्ञानवर्धन मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता निष्पक्ष एवं तथ्यपरक होनी चाहिए। अध्यक्षता कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा एवं स्वागत वक्तव्य प्रति कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार राय ने दिया। संचालन डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने किया। धन्यवाद ज्ञापन मीडिया अध्ययन विभाग के सहायक प्राध्यापक एवं संगोष्ठी संयोजक डॉ. सुनील दीपक घोडके ने किया। कार्यक्रम में प्रो. पवनेश कुमार, डॉ. बिमलेंद्र कुमार एवं विभाग के एसोसिएट प्रो. अंजनी कुमार झा, डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र, डॉ. साकेत रमन, डॉ. उमा यादव, जनसंपर्क अधिकारी शेफालिका मिश्रा, आदित्य मिश्रा तथा विभिन्न विभागों के शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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