कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सदर अस्पताल में हुई मुकम्मल तैयारी

जिले में कोरोना के मामले तकरीबन नगण्य हैं। फिलहाल यहां सक्रिय मामलो की संख्या महज एक रह गई है। हालांकि तीसरी लहर को लेकर कयासों का दौर जारी है। इधर सदर अस्पताल में भी कोरोना की तीसरी लहर के आशंका को देखते हुए हर मुमकिन तैयारी कर ली गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 01:56 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 01:56 AM (IST)
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सदर अस्पताल में हुई मुकम्मल तैयारी
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सदर अस्पताल में हुई मुकम्मल तैयारी

मोतिहारी । जिले में कोरोना के मामले तकरीबन नगण्य हैं। फिलहाल यहां सक्रिय मामलो की संख्या महज एक रह गई है। हालांकि तीसरी लहर को लेकर कयासों का दौर जारी है। इधर सदर अस्पताल में भी कोरोना की तीसरी लहर के आशंका को देखते हुए हर मुमकिन तैयारी कर ली गई है। अस्पताल प्रबंधक विजय झा बताते हैं कि आगे अगर कोई भी लहर आती है तो इससे निपटने के लिए हर स्तर पर मुकम्मल तैयारी की गई है। इसके लिए रणनीति बनाकर तीन तरह का सेटअप तैयार किया गया है। पहली रणनीति के तहत अस्पताल में ज्यादा से ज्यादा बेड उपलब्ध हो इसके लिए तैयारी की गई। इसी का नतीजा है कि कोरोना सेंटर में 265 बेड अब पूरी तरह तैयार हैं। जिसमे 100 बेड को डीआरडीओ द्वारा लगाए जाने वाले ऑक्सीजन प्लांट के पाइप लाइन से जोड़ा गया है। सदर अस्पताल के मुख्य भवन के 100 बेड को भी अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन संस्था द्वारा लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट के पाइपलाइन से जोड़ा गया है।

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बच्चों के लिए भी पूरी है तैयारी अस्पताल प्रबंधक विजय झा बताते हैं कि कोविड की तीसरी लहर अगर आती भी है तो चिता की कोई बात नहीं। बताया जाता है कि अगर तीसरी लहर आती है तो बच्चों पर ज्यादा असर पड़ सकता है। इसको देखते हुए बच्चों के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। अस्पताल स्थित एसएनआईसीयू में 0 से 28 दिन के बच्चों को रखने की व्यवस्था। यहां 126 बेड उपलब्ध हैं। वहीं 28 दिन से ज्यादा उम्र के बच्चों के इलाज के लिए पीकू वार्ड पूरी तरह तैयार है। यहां 10 नियमित बेड के अलावा 20 बेड और जोड़ा गया है। इसके सर्जिकल वार्ड सहित अन्य वार्ड में स्थित बेड को भी ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन से जोड़ दिया है। ताकि अगर कोरोना की ऐसी कोई लहर आती भी है तो परेशानी न हो। वही 18 साल से ऊपर वालो के लिए जीएनएम में व्यवस्था है।

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कर्मियों की तैनाती श्री झा बताते हैं कि भले ही अभी कोरोना के मामले न के बराबर हैं लेकिन अस्पताल को हर समय अलर्ट मोड़ में रखा जाता है। कोरोना संबंधित मामलों को देखने के लिए यहां शिफ्ट वाइज चिकित्सकों व पारा मेडिकल स्टाफ की यूनिट वाइज प्रतिनियुक्ति की गई है। वही कोरोना संबंधित सभी तरह की दवाओं का भी स्टॉक उपलब्ध है।

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इनसेट :

जल्द शुरू होगा डीआरडीओ का ऑक्सीजन प्लांट : सदर अस्पताल परिसर में जल्द ही डीआरडीओ द्वारा ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए मशीन व बाकी साजो सामान यहां पहुंच गया है। उक्त प्लांट से ही जीएनएम स्थित कोरोना सेंटर में पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई की जानी है।

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