एमएस कालेज में एनसीसी कैंप का हुआ रंगारंग समापन

मोतिहारी । मुंशी सिंह महाविद्यालय में विगत 17 सितंबर से चल रहे संयुक्त एनसीसी वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का रविवार को रंगारंग समापन हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 11:40 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 11:40 PM (IST)
एमएस कालेज में एनसीसी कैंप का हुआ रंगारंग समापन
एमएस कालेज में एनसीसी कैंप का हुआ रंगारंग समापन

मोतिहारी । मुंशी सिंह महाविद्यालय में विगत 17 सितंबर से चल रहे संयुक्त एनसीसी वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का रविवार को रंगारंग समापन हो गया। समापन समारोह के सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण एवं सैनिक स्कूल गोपालगंज के कैडेटों ने सुर-ताल के साथ मोहक नृत्य की प्रस्तुति द्वारा प्रशाल में बैठे श्रोताओं का दिल जीत लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुंशी सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) अरुण कुमार थे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता 25 बिहार बटालियन एनसीसी के कमांडिग ऑफिसर कर्नल प्रवीण देव ने की। प्रारंभ में सीनियर विग के कैडेटों ने स्वागतम शुभ स्वागतम गीत की धुन पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति द्वारा समां बांध दिया। इसके पश्चात बिहार का प्रसिद्ध जाट-जट्टीन नृत्य की सामूहिक प्रस्तुति हुई। टिकबा काहे न लइले रे जटबा.. गीत पर नृत्य की प्रस्तुति को दर्शकों ने भरपूर सराहा। इसके बाद देशभक्ति गीतों का जो सिलसिला शुरू हुआ वह देर शाम तक चलता रहा। सैनिक स्कूल गोपालगंज के कैडेटों ने सामूहिक रूप से दिल दिया है जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए.. की प्रस्तुति के द्वारा पूरे माहौल को राष्ट्रभक्ति के रस से सराबोर कर दिया। मुख्य अतिथि के रूप में कैडेटों को संबोधित करते हुए प्राचार्य ने कहा कि एनसीसी एशिया उप महाद्वीप का सबसे बड़ा आ‌र्म्ड, इक्यूप्ड और मोटिवेटेड युवाओं का महत्वपूर्ण संगठन है जो जल, नभ और थल में राष्ट्र रक्षा हेतु तत्पर और तैयार रहता है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी भी एनसीसी के पूर्व कैडेट हैं। 'ग्रूमिग लीडर्स फॉर टूमौरो' को सार्थक करने वाले पीएम मोदी के व्यक्तित्व से कैडेट्स को प्रेरणा ग्रहण करना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य और कमांडिग ऑफिसर ने संयुक्त रूप से सांस्कृतिक संध्या में भागीदारी करनेवाले कैडेटों को पुरस्कृत किया। कैंप की सफलता में डिप्टी कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल आरके रेड्डी, ट्रेनिग ऑफिसर लेफ्टिनेंट नरेंद्र सिंह, दंडपाल लेफ्टिनेंट मिनिकेश चौधरी, लेफ्टिनेंट संजय कुमार विश्वकर्मा, सूबेदार मेजर मिथिलेश कुमार, सूबेदार पहल बहादुर थापा, बीएचएम राजबहादुर थापा, सेकेंड अफसर संतोष कुमार, थर्ड अफसर उमेश कुमार, केयर टेकर श्वेता कुमारी, सिविल स्टाफ मो. निजामुद्दीन, लालबाबू आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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