लॉकडाउन के कारण हार्डवेयर व्यवसाय में दर्ज की गई 40 प्रतिशत की गिरावट

मोतिहारी। कोरोना संक्रमण को लेकर देश स्तर पर लगे लॉकडाउन के बीच हार्डवेयर व्यवसाय से

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:43 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 12:43 AM (IST)
लॉकडाउन के कारण हार्डवेयर व्यवसाय में दर्ज की गई 40 प्रतिशत की गिरावट
लॉकडाउन के कारण हार्डवेयर व्यवसाय में दर्ज की गई 40 प्रतिशत की गिरावट

मोतिहारी। कोरोना संक्रमण को लेकर देश स्तर पर लगे लॉकडाउन के बीच हार्डवेयर व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों को भी काफी नुकसान हुआ है। व्यवसायियों की माने तो लॉकडाउन के बीच हार्डवेयर व्यवसाय में करीब 40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। शहर के हेनरी बाजार स्थित चांदमल बैधनाथ दुकान के संचालक उमेश मेहता व विवेक मेहता कहते है कि एकाएक लॉकडाउन की घोषणा से ऑर्डर के काफी माल ट्रांसपोर्ट में फंस गए। धीरे-धीरे माल पहुंचा, लेकिन व्यापार में तेजी नहीं होने के कारण व्यवसाय मंदा रहा। सरकार के निर्देश पर ढील मिली तो स्थानीय प्रशासन की चौकसी के कारण लोग बाजार में खरीदारी को नहीं पहुंच रहे थे। ऊपर से लोगों में कोरोना संक्रमण का भय भी व्याप्त था। श्री मेहता ने बताया कि लॉकडाउन के कारण हार्डवेयर से जुड़े सामान के दामों में किसी तरह की वृद्धि नहीं दिख रही है। हां देश के विभिन्न शहरों में मजदूरों के अभाव में बंद पड़ी फैक्ट्रियों के कारण कुछ सामान की उपलब्धता में परेशानी हुई, लेकिन अब वह भी बिल्कूल समाप्त हो गई है। किसी सामान की कमी बाजार में नहीं है। लोग खरीदारी को तो पहुंच रहे है, लेकिन उसका अनुपात काफी कम है। उन्होंने बताया कि संक्रमण को देखते हुए दुकान पर शारीरिक दूरी के पालन की व्यवस्था की गई है, वहीं ग्राहकों के आने पर उन्हें सेनेटाइज कर सामग्री दी जाती है। विवेक बताते है कि लॉकडाउन में ढील के बाद जब दुकान खुली तो लोगों के पास पैसे की कमी। उन्होंने बताया कि उनके प्रतिष्ठान में सहयोगी के रूप में छह कर्मी काम करते है, लेकिन किसी को भी हटाया नहीं गया। वही सभी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उनका भुगतान भी किया गया। आज हमारे सभी कर्मचारी अपने परिवार के साथ खुश है। उन्होंने बताया कि दुकानें बंद रही। इस बीच गोदाम का किराया, कर्मचारी का वेतन, बिजली बिल, बैंक लोन का ब्याज सहित अन्य खर्च होते रहे। कुल मिलाकर बीते छह माह में व्यापार को लेकर हुए नुकसान की भरपाई तो इस वर्ष होती नहीं दिख रही। इसबीच सरकारी स्तर पर राहत के नाम पर कुछ भी नहीं किया गया।

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