पंचायत चुनाव कराने के लिए 36 हजार कर्मियों की होगी जरूरत

पंचायत चुनाव की प्रारंभिक तैयारियां पूरी होने के बाद अब प्रशासन चुनाव को लेकर एक्टिव मोड में आ गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में चुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 12:24 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 12:24 AM (IST)
पंचायत चुनाव कराने के लिए 36 हजार कर्मियों की होगी जरूरत
पंचायत चुनाव कराने के लिए 36 हजार कर्मियों की होगी जरूरत

मोतिहारी । पंचायत चुनाव की प्रारंभिक तैयारियां पूरी होने के बाद अब प्रशासन चुनाव को लेकर एक्टिव मोड में आ गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में चुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई है। प्रभारी जिलाधिकारी कमलेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में गठित कोषांगों की बैठक हुई। सभी नोडल पदाधिकारियों को कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने हेतु निर्देश दिया गया। बताया गया कि पंचायत चुनाव में लगभग 36000 कर्मियों की आवश्यकता होगी। कार्मिक कोषांग को कर्मियों का डेटाबेस तैयार करने को कहा गया है। वहीं 6000 कर्मियों की अधियाचना तिरहुत प्रमंडल आयुक्त से करने के लिए पंचायत राज पदाधिकारी को दिशा-निर्देश दिया गया। प्रभारी जिलाधिकारी ने बताया कि ईवीएम के नोडल पदाधिकारी अपर समाहर्ता (आपदा) रहेंगे तथा सहायक नोडल पदाधिकारी के रूप में विजय कुमार जिला भू अर्जन पदाधिकारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि ईवीएम का प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से प्रखंड स्तर पर दिया जाएगा। वज्र गृह अनुमंडलवार बनाने का प्रस्ताव रखा गया। पोलिग पार्टी का डिस्पैच प्रखंड स्तर से किया जाएगा। रूट चार्ट प्रखंड स्तर पर बनाकर जिला को भेजने हेतु निर्देश दिया गया। पंचायत चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम समस्तीपुर, शिवहर से मांग करने हेतु विचार विमर्श किया गया। इस बैठक में पंचायती राज पदाधिकारी सादिक अख्तर, जिला परिवहन पदाधिकारी अनुराग कौशल सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी सदर प्रियरंजन राजू वरीय उप समाहर्ता सुधीर कुमार, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन अनिल कुमार, अपर समाहर्ता- सह - जिला लोक शिकायत निवारण, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। मल्टी पोस्ट ईवीएम से होगा मतदान

पहली बार पंचायत चुनाव में इवीएम से मतदान कराया जा रहा है। मल्टी पोस्ट इवीएम में लगे एसडीएमएस में मूल रूप से मतों का रिकॉर्ड किया जाता है। जिसे मतगणना के बाद निकालकर इवीएम का उपयोग अगले चुनाव के लिए किया जा सकता है। ईवीएम के परिणाम को कागज पर अंकित कर रखने के साथ-साथ एसडीएमएस में रिकॉर्ड मतदान को मूलरूप से जिला निर्वाचन पदाधिकारी की अभिरक्षा में रखा जाएगा। मल्टीपोस्ट इवीएम का चुनाव में उपयोग किए जाने पर मतदान में होने वाले गड़बड़ी व मतगणना के पश्चात रिकॉर्ड मतों को अंकित करने में होने वाली गड़बड़ी पर विराम लगेगा।

6700 सीयू व 40200 बीयू की पंचायत चुनाव में होगी जरूरत

पंचायत चुनाव जिले के सभी 405 पंचायतों में एक ही दिन संपन्न होना है। इस स्थिति में तैयारी को चाक-चौबंद करने को लेकर दिशा-निर्देश दिया गया है। बताया गया कि जिले को मतदान कराने के लिए 6700 कंट्रोल यूनिट व 40200 बैलेट यूनिट की जरूरत होगी। सभी मतदान केंद्रों पर छह पदों के लिए मतदान होना है। इस स्थिति में छह बीयू व एक सीयू की आवश्यकता होगी। सामान्यत: एक पद के लिए 15 उम्मीदवारों के रहने की स्थिति में एक बीयू की जरूरत होगी। एक सीयू से सभी छह बीयू को जोड़ा जाएगा।

बदले जाने वाली इवीएम की मतदान केंद्र पर ही होगी उम्मीदवारों की सेटिग

पंचायत चुनाव में एक निर्वाचन क्षेत्र दूसरे से अलग होता है। विधानसभा चुनाव में निर्वाचन पदाधिकारी के स्तर पर पूर्व से प्रत्याशियों की सेटिग की जाती है। इस कारण इवीएम में तकनीकी खराबी के बाद बदला जाता है। पंचायत चुनाव में निर्वाचन क्षेत्र भिन्न होने के कारण पूर्व से निर्वाची पदाधिकारी के स्तर पर मल्टी पोस्ट ईवीएम के साथ प्रत्याशियों की सेटिग कर तैयार नहीं किया जा सकता है। मतदान के दिन ही मतदान केंद्र के अनुसार मल्टी पोस्ट ईवीएम में प्रत्याशियों को सेट तैयार कर बदला जाएगा। इवीएम कलस्टर को इस प्रकार चिन्हित करना है, ताकि वहां से 15 से 30 मिनट में मतदान केंद्र पर इवीएम को बदलने के लिए पहुंचाया जा सके।

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