समय से पहले जेल से रिहा होंगे 20 सजायाफ्ता कैदी
जेल में क्षमता से अधिक बंदियों की मौजूदगी तथा कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मोतिहारी केंद्रीय कारा में सजा काट रहे 20 कैदी समय से पहल ही रिहा कर दिए जाएंगे। ऐसे कैदियों को सजा अवधि पूर्ण होने से दो से छह माह पूर्व रिहा किया जाएगा।
मोतिहारी । जेल में क्षमता से अधिक बंदियों की मौजूदगी तथा कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मोतिहारी केंद्रीय कारा में सजा काट रहे 20 कैदी समय से पहल ही रिहा कर दिए जाएंगे। ऐसे कैदियों को सजा अवधि पूर्ण होने से दो से छह माह पूर्व रिहा किया जाएगा। इसके लिए सरकारी स्तर पर गठित समिति की अनुशंसा के बाद यह लिया गया। बिहार सरकार के कैबिनेट से हरी झंडी मिलने के बाद इसकी कवायद तेज कर दी गई। इसको लेकर केंद्रीय कारा के अधीक्षक विदु कुमार ने कारा में बंद 20 बंदियो को रिहा करने का प्रस्ताव जेल आइजी को भेजा दिया है। जेल आइजी मिथिलेश कुमार मिश्रा को प्रेषित सूची में बीस बंदियों के नाम शामिल किए गए हैं। जिन लोगों को रिहा किया जाएगा उसमें हत्या, डकैती व अपहरण के मामले में सजा काटने वाले कैदी शामिल हैं। प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद उन बंदियों को सम्मान के साथ रिहा किया जाएगा। रिहा करने की तिथि अभी घोषित नहीं है। उच्च अधिकार समिति की अनुशंसा के बाद उन बंदियों को रिहा किया जाएगा। जिन बंदियों को रिहा किया जाना है उसमें हत्या के मामले में सजा काट रहे भोला महतो, शिवशंकर सिंह, लालबहादुर राम, सुरेश सिंह, गणेश गौड, हंसराज गौड, विजय बिद के अलावा अपहरण मामले में शंकर सिंह व डकैती मामले में नवल पटेल शामिल हैं। इन बंदियों की सूची जेल आइजी को भेज दी गई है। बता दें कि इसके पूर्व भी पांच बंदियों को दो अक्टूबर को रिहा किया गया था। वे अब समाज की मुख्य धारा में जुड़कर काम कर रहे हैं।
सरकार के आदेश के बाद 20 बंदियों की सूची तैयार कर मुख्यालय को भेजा गया है। प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के साथ उन कैदियों को रिहा किया जाएगा। रिहाई की तिथि अभी तय नहीं है। - विदु कुमार,
जेल अधीक्षक मोतिहारी